- सोमवार को भाजपा के 'युवोत्थान' कार्यक्रम में शरीक हुए भाजयुमो अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या
- गोरखपुर पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी सूर्या का भव्य स्वागत किया
- अखिलेश यादव पर तेजस्वी सूर्या ने किया तीखा हमला, बोले-यूपी में बदलाव आ चुका है
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी पारा जैसे-जैसे चटख हो रहा है वैसे-वैसे नेताओं के जुबानी हमले भी तेज हो रहे हैं। वे एक-दूसरे पर तीखा हमला बोल रहे हैं। गोरखपुर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष एवं दक्षिणी बेंगलुरू से भाजपा सांसद तेजस्वी यादव ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव की पूर्व सरकार को लेकर विवादित बयान दिया। सूर्या ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा की जो पूर्व सरकार थी वह 'मियाओं की सरकार थी।' उन्होंने अखिलेश यादव को जनाब कहकर भी संबोधित किया।
'युवोत्थान' कार्यक्रम में बोले तेजस्वी सूर्या
गोरखपुर में युवाओं से सीधा संवाद करने पहुंचे सूर्या ने कहा कि, 'पांच साल पहले कैसा था उत्तर प्रदेश का माहौल। करप्शन कैसा था? हमारी मां बहनों की सुरक्षा का विचार कैसा था? हमारी सांस्कृतिक विरासत, हमारे श्रद्धा केंद्र, हमारे मंदिरों की हालत कैसी थी? आज सपा और जनाब अखिलेश ने परफ्यूम बांट कर उनकी पांच साल की अवधि में जो दुर्गन्ध आया था, यह परफ्यूम बांटने से दूर नहीं होगा।' 'युवोत्थान' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बदलाव आ चुका है और प्रदेश की योगी सरकार सभी को साथ में लेकर चल रही है।
यूपी में बदलाव आ चुका है-सूर्या
भाजपा सांसद ने कहा कि अखिलेश जी अपनी रैलियों में कहते रहते हैं, 'बदलाव आएगा! बदलाव आयेगा! लेकिन मैं अखिलेश जी से कहना चाहूंगा कि थोड़ा दृष्टि घुमाकर देखिए जनाब, मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व वाले उत्तर प्रदेश में बदलाव आयेगा नहीं, वह आ चुका है।' सूर्या गोरखपुर के बाद बस्ती पहुंचे और यहां पर वह 'सांसद खेल महोत्सव' में शरीक हुए।
विस चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं सभी दल
उत्तर प्रदेश में इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होंगे। इस चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल अभी से प्रचार में जुट गए हैं। राज्य के सभी प्रमुख दल कांग्रेस, सपा और बसपा मतदाताओं को लुभाने के लिए दावं चल रही हैं। फिलहाल मुख्य मुकाबला भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच माना जा रहा है। असदुद्दीन ओवैसी और आप की एंट्री से चुनाव दिलचस्प हो गया है। भाजपा इस बार भी 2017 जैसा अपना प्रदर्शन दोहराना चाहती है। सपा ने इस बार चुनाव में छोटे दलों के साथ गठबंधन किया है।