- यूपी के चुनाव में 'तमंचावाद' की एंट्री!
- मस्लिम वोटों के लिए ध्रवीकरण का दांव?
- यूपी का मुसलमान...इस बार किसका 'भाईजान' ?
राष्ट्रवाद : यूपी की चुनावी जंग में पाकिस्तान, जिन्ना के बाद अब तमंचावाद की एंट्री हो चुकी है। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की सूची सामने आने के बाद तमंचावाद पर तकरार तेज हो गई। ये तकरार क्या है इसकी तह तक हम आगे जाएंगे लेकिन बीजेपी इसे तमंचावाद क्यों कह रही है। एक वीडियो को यूपी बीजेपी के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट किया। वीडियो में मेरठ दक्षिण से एसपी उम्मीदवार आदिल चौधरी लोगों के बीच भड़काऊ बयानबाजी करते दिख रहे हैं।
सरकार बन रही है।
इंशा अल्लाह हम छोड़ेंगे नहीं।
जिस तरीके से ये हमारे साथ जल्म कर रहे हैं।
इनसे बदला लिया जाएगा।
इनको अहसास दिलाया जाएगा।
आगे ये 100 बार सोचेंगे कि क्या-क्या बदला है।
'इंशाअल्लाह चुन चुन कर इनसे बदला लेंगे'
'इनको छोड़ेंगे नहीं, हमारी सरकार आ रही है'
'तुम जाट सिर्फ 24 हजार हो, और हम 90 हजार'
'शामली के जाट सपा और नाहिद हसन के साथ हरकत कर रहे'
'हम इलाज बांध देंगे, भूस भर देंगे'
'म जाट सिर्फ 24 हजार हो, और हम 90 हजार'
'मली के जाट सपा और नाहिद हसन के साथ हरकत कर रहे'
'म इलाज बांध देंगे, भूस भर देंगे'
आदिल चौधरी के बयान वाला वीडियो वायरल होने के बाद जब मामला तूल पकड़ने लगा तो वो सफाई देने सामने आ गए।
राष्ट्रवाद में आज का सवाल है
यूपी में 'तमंचावाद' पॉलिटिक्स कौन कर रहा ?
यूपी में SP, BSP ने ध्रुवीकरण का दांव चला ?
इस बार यूपी की लड़ाई हिंदू बनाम मुसलमान हो गई है?