बॉलीवुड के फैन्स भला अनु अग्रवाल के नाम से कैसे परिचित नहीं होंगे। 90 के दशक की सांवली-सलोनी अदाकारा आशिकी से घर-घर में चर्चित हो गई थीं। हालांकि इसके काफी समय बाद तक वह उतनी बड़ी कोई हिट फिल्म नहीं दे पाईं लेकिन फैन्स की नजरें जरूर उन पर लगी रहीं। 1999 में अनु की जिंदगी में वो हादसा हुआ कि वह अपनी पहचान ही भूल गईं।
एक कार एक्सीडेंट में अनु अग्रवाल को गंभीर चोटें आई थीं। वह 29 दिन कोमा में रहीं और इस दौरान किसी को उम्मीद नहीं थी कि वह बच जाएंगी। लेकिन अनु की किस्मत ने उनका साथ दिया। हालांकि होश में आने के बाद उनको अपना नाम तक याद नहीं था।
इसके बाद अपने नए जीवन की शुरुआत करते हुए अनु अग्रवाल ने संन्यास ले लिया था और उत्तराखंड के एक आश्रम में रहने चली गई थीं। अनु अ्ग्रवाल ने अपनी बायोग्राफी Anusual में बताया है कि यहां वह हेड स्वामी के काफी करीब आ गई थीं जिसके चलते वह दूसरों की नजरों में खटकने लगीं।
अपनी किताब में अनु ने लिखा है कि एक बार जब वह स्वामी जी आश्रम में नहीं थे तो वहां लोगों ने उनको जबरदस्ती कार में बैठाकर चलता कर दिया। हालांकि इस घटना को अनु ने किताब में कड़वाहट के साथ नहीं उतारा है और अपनी जिंदगी की एक कड़ी के रूप में ही दिखाया है। इन दिनों अनु अग्रवाल योगा इंस्ट्रक्टर हैं और साथ ही मोटिवेशनल स्पीकर भी।