- वेब सीरीज के साथ डिजिटल कंटेंट की दुनिया में कदम रख रहे बॉबी देओल
- भाई-भतीजावाद और इनसाइडर-आउटसाइडर की बहस पर दी प्रतिक्रिया
- बोले- मैं फिल्म इंडस्ट्री के अंदर से हूं फिर भी काम के लिए संघर्ष कर रहा हूं
मुंबई: बॉबी देओल इस समय बेहद ध्यान अपने लिए प्रोजेक्ट्स का चयन कर रहे हैं और इसे मनोरंजन बिजनेस में उनकी दूसरी पारी भी कहा जा सकता है। अभिनेता अपने डिजिटल डेब्यू में नेटफ्लिक्स ओरिजिनल सीरीज में काम करते नजर आए जहां उन्होंने एक डीन का बहुत ही जटिल किरदार निभाया हैं जो अपनी पत्नी को खो देता है। वह आश्रम वेब सीरीज में भी नजर आने की तैयारी कर रहे हैं।
भाई-भतीजावाद की बहस पर अभिनेता ने पिंकविला से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी। फिलहाल फिल्म जगह में अंदरूनी और बाहरी व्यक्ति के बीच मौकों और संघर्ष के अंतर को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बारे में बात करते हुए बॉबी देओल ने अपनी बात रखी। बॉबी ने कहा कि एक निश्चित परिवार में पैदा होना किसी की गलती नहीं है। संघर्ष और अवसर सभी के लिए समान रूप से आते हैं।
कोई चुनकर किसी परिवार में पैदा नहीं होता:
नेपोटिज्म की बहस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि यह हर व्यवसाय में मौजूद है, न कि केवल फिल्म जगत में। यह हमेशा से रहा है। मुझे लगता है कि यह उन बच्चों की गलती नहीं है जो एक परिवार में बड़े हुए हैं जो एक ही व्यवसाय रहे, लेकिन इसे उन्होंने चुना नहीं है कि किस परिवार में पैदा होना है। फिर हर माता-पिता का कर्तव्य है कि वे अपने बच्चे को सही तरीके से पाले-पोसे, उन्हें शिक्षित करें और फिर जब कोई पेशा चुनें, तो उनका समर्थन करें।
आगे रेस-3 फिल्म अभिनेता ने कहा, 'कभी-कभी, डॉक्टर का बेटा डॉक्टर बनना चाहेगा या कभी उसके पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहेंगे। इसी तरह एक अभिनेता का बेटा भी अभिनेता बनना चाहता है। मुझे लगता है कि सभी के लिए समान रूप से संघर्ष और अवसर हैं। हां, निश्चित रूप से, यदि आप फिल्म व्यवसाय से हैं, तो पहली फिल्म को पाना आसान है। इसका मतलब यह नहीं है कि एक फिल्म आपका करियर बना देगी। आखिरकार, आपका काम ही आपके लिए बोलेगा और यदि आप अच्छे हैं, तो लोग आपके साथ काम करना चाहेंगे और इसी तरह मेरा करियर बना।'
'मैं इनसाइडर होकर भी संघर्ष कर रहा हूं'
बॉबी ने कहा, 'जब मैं लॉन्च किया गया था तब मैं एक देओल था लेकिन तब बॉबी के रूप में मेरी अपनी पहचान थी। मुझे लगता है कि मैं एक इनसाइडर हूं, फिर भी मैं संघर्ष कर रहा हूं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह अंदरूनी या बाहरी के लिए यह आसान है या नहीं है। मुझे लगता है कि जनसंख्या बहुत अधिक है और लोग अलग-अलग पेशों के लिए कोशिश कर रहे है और लोगों के लिए अवसर पाने में मुश्किल आ रही हैं। हर किसी को क्रिकेट खेलने का मौका भी नहीं मिलता है।'
बॉबी ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा, 'सभी युवाओं को मेरी सलाह, कि यह एक मुश्किल पेशा है, लेकिन हार मत मानिए। दृढ़ता बनाए रखिए। सकारात्मक बने रहिए, क्योंकि मेरे जैसा व्यक्ति जो अंदरूनी है उसे भी अच्छा काम पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। अगर आप देखें तो हमारे देश के प्रमुख सितारे बाहरी व्यक्ति हैं। मेरे पिता एक बाहरी व्यक्ति थे लेकिन उन्होंने अपना नाम बनाया।'