Bollywood Throwback: हिंदी सिनेमा के महान कलाकार देव आनंद साहब का कोई जवाब नहीं है। हिन्दी फिल्मों के सुपर स्टार रहे देव आनंद अपने समकालीन एक्टरों से हमेशा अलग थे। देव आनंद 50-60 के दशक के एक दिग्गज अभिनेताओं में से एक थे जिनके बोलने का अंदाज सबसे निराला था। देव साहब इंडस्ट्री के सबसे हैंडसम एक्टर्स में थे जिनके लिए न केवल आम लड़कियों का दिल धड़कता था बल्कि अभिनेत्रियां भी उनकी दीवानी थीं।
देव साहब को चाहने वाली अदाकाराओं की फेहरिस्त काफी लंबी है। सुरैया जैसी खूबसूरत अदाकारा से लेकर जीनत अमान जैसी बोल्ड अभिनेत्री भी उनकी दीवानी थीं। वहीं अनोखी रात, गैंबलर और प्रेम पुजारी जैसी फिल्मों में नजर आने वाली अदाकारा जाहिदा हुसैन भी देव साहब को पसंद करती थीं1
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 1972 में आई फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा में अदाकारा जाहिदा को देव आनंद की बहन का रोल ऑफर हुआ था लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। वह पर्दे पर देव साहब की प्रेमिका बनना चाहती थीं। हालांकि 1970 में आई फिल्म प्रेम पुजारी और 1971 में आई गैंबलर में वह देव साहब के साथ ही नजर आई थीं, लेकिन स्क्रीन पर उनकी बहन बनना जाहिदा को मंजूर नहीं था।
जीनत अमान को मिला मौका
ओपी रल्हन ने फिल्मों में पहली बार जीनत को मौका दिया। 1971 में आई फिल्म 'हलचल' से जीनत ने सुनहरे पर्दे पर कदम रखा। जीनत अमान की पहली दो फिल्में जिनमें हलचल और हंगामा शामिल हैं, दोनों पिट गईं। इसके बाद जीनत ने मां के पास जर्मनी जाने का फैसला कर लिया। हालांकि इसी बीच उन्हें मशहूर एक्टर देव आनंद ने जीनत अमान को अपनी फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा ऑफर की।