- एलएसी पर तनाव के बीच सराकर ने 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगा दिया है
- चाइनीज ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए जाने का कंगना रनौत ने समर्थन किया है
- कंगना ने साथ ही स्थानीय सामानों को प्रोत्साहित करने की अपील की है
भारत और चीन के बीच पिछले महीने से सीमा पर तनाव जारी है। 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे जिसके बाद से पूरे देश में गुस्से का माहौल है। तब से ही चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग जोर पकड़ रही है। वहीं, सोमवार को भारत सरकार ने बड़ा फैसले लेते हुए 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगा दिया। ऐप्स को बैन किए जाने के बाद से कई सेलेब्स ने खुशी का इजहार किया है। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी सरकार के चाइनज ऐप्स को बैन करने के फैसले का समर्थन किया है। उनका कहना है कि यह फैसला चीन को एक कड़ा संदेश देगा।
कंगना ने कहा कि चीन हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे सिस्टम में गहरे तक उतर गया है। उनकी अर्थव्यवस्था उन्हें ताकत देती है। ऐसे में हमें भारत में उनकी जड़ों को काटना होगा। कंगना ने कहा कि हमें इस समय का लाभ उठाया चाहिए। चीन दुनिया भर में नफरत का सामना कर रहा है। हमें आगे बढ़कर जिम्मेदारी संभालना चाहिए और साथ ही हमें स्थानीय सामानों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए। यह ठीक है कि चीन आपको सब कुछ सस्ता और चीप देता है। हमें वो नहीं लेना है। हमने सस्ते और चीप के परिणामों को देखा है। हमें अपने लोगों को प्रेरित करना है और मुझे लगता है कि यह सबसे सही समय है।
गौरतलब है कि कंगना ने कुछ दिन पहले एक वीडिया शेयर कर चीन उत्पादों के बहिष्कार की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि चीन लद्दाख में लालची नजरें गड़ाए बैठा है तो हमें भी आगे बढ़कर योगदान देना चाहिए। क्या हम भूल गए वो वक्त जब महात्मा गांधी जी ने कहा था कि अगर अंग्रेजों की रीढ़ भारत में तोड़नी है तो उनके बनाए हर उत्पाद का बहिष्कार करना पड़ेगा। क्या यह जरूरी नहीं है कि हम भी इस युद्ध में हिस्सा लें। हम किसी तरह से दुश्मनों को उनके गंदे इरादों में सफल नहीं होने दे सकते। ऐसे में हम लोगों को लोगों को चीनी उत्पादों, चीनी वस्तुओं और चीनी कंपनियों का बहिष्कार करना चाहिए।