- नेपाटिज्म पर बोले मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर
- छोटे शहरों के युवाओं से की प्रतिभा दिखाने की अपील
- आयुष्मान का उदाहरण देकर युवाओं का हौसला किया बुलंद
Manoj Muntashir on Nepotism: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद भाई भतीजावाद पर बहस छिड़ी हुई है। कई सितारों ने सिनेमा में फैले परिवारवाद और माफिया राज पर तंज कसा है, तो कई सितारों ने आपबीती का खुलासा किया है। इस बीच फिल्मों में चमकने का सपना लिए बैठे नए युवाओं के मन में भविष्य को लेकर निराशा का भाव पैदा हो रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे ही युवाओं के कई सवालों के जवाब दिए ब्लॉकबस्टर फिल्म बाहुबली 2 के संवाद लेखक और तेरी मिट्टी जैसे गाने को लिखने वाले गीतकार मनोज मुंतशिर ने। नेपाटिज्म पर बहस के मनोज मुंतशिर ने युवाओं का हौसला बढ़ाया है। उन्होंने कहा- आयुष्मान का नाम तो सुना ही होगा?
मनोज मुंतशिर ने एक यूजर के सवाल का जवाब देते हुए कहा- surname वाले लौंडों को जिगरवाले लौंडे टक्कर दें। आयुष्मान खुराना का नाम तो सुना ही होगा? खुराना surname का कोई स्टार हिंदी सिनेमा की सात पुश्तों में नहीं हुआ, और अब यही surname टिकट-खिड़की पर लाठीचार्ज करवा देता है। शिकायत नहीं, संघर्ष करो। दरअसल, यूजर ने उनसे कहा था- कैसे कह दें परिवारवाद नहीं है। कपूर खानदान से लेकर खान फैमिली का खेल है सारा। नये लड़के की सुन्दर जवानी निकल जाती अदद एक काम की तलाश में।
जब मुंबई आया था तो जेब में 300 रुपये थे
एक यूजर ने मनोज मुंतशिर से कहा कि आप मुंबई में 20 साल तक इसलिए टिके क्योंकि आपके पास पैसा था। 20 साल मध्यम परिवार का आदमी कैसे संघर्ष करेगा। इसके जवाब में उन्होंने कहा- गौरीगंज से 350 रूपये ले के आया था दोस्त, उसके बाद सब कुछ मुंबई ने दिया। क़सम है जो सौ रूपये भी कभी घरवालों से लिए हों। अगर लेता, तो डेढ़ साल फूटपाथों पर नहीं सोता. बहाने मत ढूंढिए, अपने अंदर हिम्मत तलाशिए।
आप डर कर घर बैठे तो हार जाएगी प्रतिभा
मनोज मुंतशिर ने युवाओं से कहा- छोटे शहरों में रहने वाले साथियों,आप #Nepotism से डर के घर बैठ गए तो वंशवाद की जीत और प्रतिभा की हार हो जाएगी। टिकट कटाइये, मुंबई आइए। आपमें हुनर और हिम्मत है तो nepotism आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इस अफ़वाह से बचिये कि बाहर वाले यहां सफल नहीं होते। ये आपको बाहर रखने का षड्यन्त्र है।