- नीट परीक्षा के स्थगित करने की मांग को सोनू सूद का समर्थन
- ट्वीट कर पीएमओ से की परीक्षा टालने की अपील
- बोले- कोरोना महामारी की वजह से रिस्क लेना ठीक नहीं
कोरोना महामारी के चलते नीट और जेईई परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे छात्रों को अब सोनू सूद का समर्थन मिल गया है। सोनू सूद ने ट्वीट कर भारत सरकार से परीक्षाएं रद्द करने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर कोविड-19 संक्रमण के दौरान नीट-जेईई परीक्षा के आयोजन को अनुचित बताया है। सोनू सूद ने ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को टैग करते हुए लिखा कि ऐसे खतरनाक माहौल में छात्रों की जान से खिलवाड़ करना ठीक नहीं होगा। इस कारण परीक्षाओं को आगे के लिए टाल दिया जाए।
बता दें कि मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होने वाली नीट परीक्षा का आयोजन 13 सितंबर को होना है जबकि इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होने वाली जेईई परीक्षा एक सितंबर से लेकर छह सितंबर तक आयोजित होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जेईई मेन और नीट परीक्षा के आयोजन को लेकर पूरी तरह से तैयार है। देश के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक इस बात को साफ कर चुके हैं परीक्षाएं टालना संभव नहीं है।
बिहार की बाढ़ का दिया हवाला
वहीं दूसरे ट्वीट में सोनू ने लिखा - NEET और JEE परीक्षा में बैठने वाले बच्चे सुदूर इलाकों से आते हैं। बिहार के किसी गांव में बाढ़ है तो किसी जिले में पूरी बंदी। हां,परीक्षा जरूरी है लेकिन उन युवा कंधो की हिफ़ाज़त भी उतनी ही जरूरी है।पूरे विश्व में सबकुछ प्रकृति के सामने ठहर गया तो परीक्षा को कुछ वक्त के लिए टालना चाहिए।
सोशल मीडिया पर छात्र चला रहे अभियान
देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में दाखिला पाने के लिए सितंबर में प्रस्तावित परीक्षा को टालने के लिए छात्र सोशल मीडिया पर मुहिम चला रहे हैं। परीक्षा टालने के लिए छात्र अपनी-अपनी दलीलें दे रहे हैं। छात्रों का कहना है कि कोरोना वायरस के बीच में वह परीक्षा केंद्र तक कैसे जाएंगे। फेसबुक से लेकर सोशल मीडिया तक पर हैशटैग चलाए जा रहे हैं। वहीं चार हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा के स्थगित करने की मांग को लेकर एक दिन की भूख हड़ताल भी की थी।
परीक्षाओं को लेकर सियासत तेज
नीट और जेइई परीक्षा को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना संक्रमण के दौरान नीट व जेईई परीक्षा कराने का विरोध किया है और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पत्र लिखकर सितंबर में आयोजित हो जा रही जेईई और नीट की परीक्षा को स्थगित करने की मांग की है। जेईई (मेन)-अप्रैल, 2020 और नीट-यूजी परीक्षाएं टालने की अपील करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई है। वहीं मेडिकल काउंसिल ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दाखिल करते हुए कहा कि नीट परीक्षा 2020 को और नहीं टाला जा सकता है।