- सूरज पंचोली की फिल्म सैटेलाइट शंकर रिलीज हो गई है।
- सूरज पंचोली ने बताया कि जिया खान की मौत के बाद कैसे उनकी लाइफ बदली
- सूरज पंचोली ने ये भी बताया कि जिया खान की मौत से उनकी प्रोफेशनल लाइफ पर भी असर पड़ा है।
मुंबई. सूरज पंचोली की फिल्म सैटेलाइट शंकर रिलीज हो गई है। सूरज पंचोली ने साल 2015 में डेब्यू किया था। हालांकि, इससे पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस जिया खान की आत्महत्या के बाद सूरज सबसे पहले सुर्खियों में आए थे। उन पर इसके बाद उन पर मर्डर केस भी चला था। अब उन्होंने बताया कि जिया खान की मौत के बाद उनकी लाइफ कैसे बदल गई थी।
सूरज पंचोली ने एक इंटरव्यू में कहा-वह मेरे लिए काफी मुश्किल वक्त था। ऐसा कोई भी दिन नहीं था जब मै इस बारे में सोचता नहीं था। हम डिनर टेबल पर हंसते नहीं थे। मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित नहीं हो सका है।
बकौल सूरज पंचोली- मेरे खिलाफ जो भी बातें लिखी गई, वह सभी गलत साबित हुई है। मैं चुप था इसी वजह से ये सब हुआ। मैं इसलिए चुप था क्योंकि, मैं चाहता था कि कोर्ट तय करें कि क्या सही और क्या गलत। मैं खुद ये निर्णय नहीं देना चाहता कि मैं निर्दोष हूं।
प्रोफेशनल लाइफ को भी किया प्रभावित
सूरज पंचोली ने ये भी बताया कि जिया खान की मौत से उनकी प्रोफेशनल लाइफ पर भी असर पड़ा है। बकौल सूरज- मुझे खुद को निर्दोष साबित नहीं करना है, बल्कि उन्हें मुझे दोषी साबित करना है।
सूरज कहते हैं- मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा कर सकते हैं। इस कारण वह कोर्ट में भी नहीं आ रहे हैं। आपको बता दें कि पुलिस ने जिया खान सुसाइड मामले की जांच पड़ताल की तो पाया जिया को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था। जिसमें उनके कथित बॉयफ्रेंड सूरज पंचोली का नाम सामने आया था।
सोशल मीडिया पर भी दी थी सफाई
सूरज पंचोली ने पिछले साल जिया खान की मौत पर पिछले साल सोशल मीडिया पर सफाई दी थी। अपने बर्थडे पर सूरज ने पोस्ट में लिखा था- मैंन पूरे सम्मान और संयम से पिछले 6 सालों से कोर्ट में केस लड़ रहा हूं और ट्रायल खत्म होने का इंतजार कर रहा हूं। इसी बीच मुझे मर्डरर और क्रिमिनल कहा गया, झूठा कहा गया।
अपने पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा- मैं अपने बारे में कई तरह की खबरें पढ़ता था। कई बार मैं इन खबरों को इग्नोर करता था लेकिन मेरे साथ जुड़े मेरे अपनों को ये सब अच्छा नहीं लगता था। मैं कोई शैतान नहीं हूं, किसी के बारे में इतना बुरा बोलना आसान होता हैं, लेकिन इन सब में अपने आपको निर्दोष साबित करना बहुत मुश्किल होता है।