- सुशांत के निधन ने फैन्स से लेकर पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
- अब दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की डायरी के कुछ मुख्य पन्ने चैनल द्वारा सामने लाए गए हैं।
- डायरी के पन्नों से साल 2020 के लिए उनकी व्यापक योजनाओं का पता चला है।
सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को आत्महत्या कर ली थी। सुशांत के निधन ने फैन्स से लेकर पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। तब से लेकर अब तक अभिनेता सुशांत की मौत का मामला गहराया हुआ है और लगातार मौत का कारण पता लगाने की कोशिश की जा रही है। लगभग हर दूसरे दिन सुशांत सुसाइड केस में नई बातें निकलकर सामने आ रही हैं। सुशांत के पिता केके सिंह द्वारा रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के बाद से ही लतागार जांच जारी है।
जैसा कि सभी जानते हैं अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को डायरी लिखने और अपनी फ्यूचर प्लानिंग बनाने की आदत थी। उनकी पूर्व प्रेमिका अंकिता लोखंडे ने भी टाइम्स नाउ के साथ एक साक्षात्कार में इसका खुलासा किया था। अब दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की डायरी के कुछ मुख्य पन्ने चैनल द्वारा सामने लाए गए हैं। इन डायरी के पन्नों से साल 2020 के लिए उनकी व्यापक योजनाओं का पता चलता है, जिसे उन्होंने पहले ही लिख लिया था।
3 बड़े प्रोजेक्ट करने वाले थे सुशांत
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी निजी डायरी में तीन बड़े प्रोजेक्टों का खाका तैयार किया था। सबसे पहले, वह एक हॉलीवुड फिल्म में अभिनय करना चाहते थे। दूसरे, वह एक कंटेंट क्रिएटर टीम बनाना चाहते थे और अंत में वह अपनी फिल्म निर्माण कंपनी शुरू करना चाहते थे। डायरी में सुशांत के अपने गोल्स के बारे में भी लिखा था और उन्होंने यह भी रिटन था कि वे उन्हें कैसे प्राप्त करेंगे। आने वाले महीनों के लिए अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की महत्वाकांक्षाएं और विस्तृत योजनाएं स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थीं।
रिया चक्रवर्ती समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
मालूम हो कि सुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड के करीब 45 दिन बाद दिवंगत एक्टर के पिता केके सिंह ने पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में रिया चक्रवर्ती समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। इस FIR में एक्ट्रेस पर सुसाइड के लिए उकसाने को लेकर केस दर्ज करवाया है। रिया के अलावा पांच अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 341 (गलत तरीके से रोकना), 342 (गलत तरीके से प्रतिबंधित करना), 380 (घर में चोरी करना) ,406 (विश्वास का आपराधिक हनन), 420 (छल करना और बेईमानी से बहुमूल्य वस्तु / संपत्ति देने के लिए प्रेरित करना) के तहत केस दर्ज करवाया है।