- तांडव को लेकर मुश्किल में फंसी अमेजन प्राइम
- अमेजन प्राइम इंडिया हेड की जमानत याचिका खारिज
- अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी थी ये वेबसीरीज
Tandav controversy: गुरुवार को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर और रविशंकर प्रसाद ने ओटीटी के लिए गाइडलाइंस जारी कीं और इसमें ओटीटी कंटेट पर नियंत्रण के लिए कई नियम बनाए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी वेबसीरीज तांडव को लेकर कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए अमेजन प्राइम इंडिया हेड की जमानत याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट नेकहा कि अभिव्यक्ति के नाम पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने कहा कि सभी धर्मों का सम्मान संविधान निर्माताओं का उद्देश्य था जिसे ठेस नहीं पहुंचाई जा सकती है।
अमेजॉन प्राइम की इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित की ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई गई थी लेकिन कोर्ट से उन्हें बड़ा झटका मिला है। कोर्ट ने अमेजन की वेबसीरीज तांडव के कंटेट पर नाराजगी जताई है। कोर्ट ने 4 फरवरी को अग्रिम जमानत पर सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखने तक अपर्णा पुरोहित की गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। वहीं लखनऊ में उनके बयान दर्ज हुए थे।
बता दें कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी वेब सीरीज 'तांडव' में हिंदू देवी-देवताओं का उपहास उड़ाने संबंधी शिकायतों का संज्ञान लिया था और अमेजन प्राइम वीडियो से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा था। कहा गया है कि वेब सीरीज के पहले एपिसोड में हिंदू देवी-देवताओं का गलत चित्रण किया गया है जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। इसमें अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल भी किया गया है, जिससे लोगों में काफी आक्रोश है।
अली अब्बास जफर के निर्देशन में बनी इस वेबसीरीज को गौरव सोलंकी ने लिखा है। इस वेबसीरीज में सैफ अली खान, डिंपल कपाडिया, तिग्मांशु धूलिया, सुनील ग्रोवर जैसे सितारे नजर आए हैं। वेबसीरीज में यूपी पुलिस, यूपी के अधिवक्ताओं की छवि को धूमिल करने, समाज के विभिन्न वर्गों में द्वेष फैलाने, जातिवाद पर तंज कसने, देवी देवताओं के अपमान के आरोप में निर्माता, निर्देशक, लेखक और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।