- ब्लॉकबस्टर फिल्म बाहुबली: द बिगनिंग ने पूरे किए 5 साल
- इंटरव्यू में फिल्म के लेखर ने बताया मजेदार किस्सा
- पहली बार थिएटर में फिल्म देखते हुए सो गए थे के.वी. विजयेंद्र प्रसाद
मुंबई: यह अपने आप में काफी आश्चर्यजनक बात है कि कड़ी मेहनत के साथ किसी फिल्म के लिए काम करने वाला कोई लेखर या फिल्म निर्माता उस वक्त सो जाए, जब फिल्म पहली बार तैयार होने के साथ उसके सामने पेश की जा रही हो। तेलुगु सुपरस्टार पवन कल्याण ने कई बार कहा है कि वह अपनी फिल्में नहीं देखते हैं और उनका इसमें उत्साह नहीं होता। बाहुबली फ्रैंचाइज़ी के लेखक के वी विजयेंद्र प्रसाद के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
जी हां, बाहुबली फिल्म के लेखक और इसके डायरेक्टर एस.एस. राजामौली के पिता 2015 में बाहुबली: द बिगिनिंग सिनेमाघर में देखते हुए सो गए थे। देश की ब्लॉकबस्टर फिल्म बाहुबली की 5वीं वर्षगांठ पर दिए एक इंटरव्यू में केवी विजयेंद्र प्रसाद ने खुद इस दिलचस्प कहानी का खुलासा किया है।
'फिल्म देखते हुए 15 मिनट में सो जाता हूं'
इस बारे में बात करते हुए विजयेंद्र प्रसाद ने कहा कि वह आमतौर पर फिल्में देखते समय सो जाता हूं और बाहुबली भी इसमें अपवाद नहीं है। उन्होंने एक समाचार पोर्टल से बात करते हुए कहा, '15 मिनट के बाद, मैं सो जाता हूं। मैं बाहुबली के दौरान भी थिएटर में सो गया था।'
12 मिनट में सलमान को सुनाई बजरंगी भाईजान की कहानी:
फिल्म के लेखक ने एक और दिलचस्प तथ्य इंटरव्यू के दौरान साझा किया है। सलमान खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म बजरंगी भाईजान के समय लेखक ने फिल्म की कहानी 12 मिनट में बॉलीवुड सुपरस्टार को सुनाई थी, क्योंकि उनकी लिखावट खराब है और उससे पढ़ने में परेशानी आ रही थी।
बाहुबली फ्रैंचाइज़ी के लिए प्रभास का लगाव किसी से छिपा नहीं है और एक्टर ने एक बार कहा था वह इसके लिए बिना पैसे की गणना किए काम करते हैं। प्रसाद ने 2017 में बाहुबली: द कन्क्लूजन के प्री-रिलीज इवेंट में बोलते हुए कहा था, 'प्रभास ने जितने समय में बाहुबली की, उसमें वह 6 से 7 फिल्में कर सकते थे।' कंगना रनौत की फिल्म थलाइवी को भी केवी विजयेंद्र प्रसाद ने ही लिखा है।