- हरनाज संधू मिस यूनिवर्स की तैयारियों में जुट गई हैं
- रितिका भी इंटरनेशनल मिस सुपरनैशनल 2021 प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी
- तीनों विनर्स ने अपनी ज़िंदगी को लेकर खुलकर बात की।
मुंबई. चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने को लीवा मिस दीवा यूनीवर्स-2021 का खिताब जीत लिया है। हरनाज संधू अब दिसंबर में इजराइल में होने वाली मिस यूनिवर्स 2021 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। इसके अलावा पुणे की रहने वाली रितिका खतानी को लीवा मिस दिवा सुपरनेशनल 2021 चुना गया।
रितिका अब इंटरनेशनल मिस सुपरनेशनल 2021 प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। वहीं, जयपुर की रहने वाली सोनल कुकरेजा दूसरे स्थान पर रहीं। टाइम्स नाउ नवभारत ने तीनों से ही खास बातचीत की और आगे आने वाली बड़ी प्रतियोगिताओं को लेकर उनकी क्या कुछ तैयारियां है, इसके बारे में भी जाना।
लीवा मिस दीवा यूनीवर्स-2021 को लेकर क्या कुछ तैयारियां थीं?
हरनाज संधू पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हैं। इस सवाल के जवाब में उनका कहना था कि वह योगा और मेडिटेशन बहुत करती हैं। यही वजह है कि वह लीवा मिस दीवा यूनीवर्स तक पहुंचत पाईं. उनका कहना है कि आपको अपनी मेंटल हेल्थ के बारे बहुत सजग रहना चाहिए। मिस दीवा यूनीवर्स की 45 दिनों में उन्होंने अपने मकसद के बारे में जाना।
लीवा मिस दिवा सुपरनेशनल बनीं रितिका ने बताया कि वह अपनी मां से बेहद इंस्पायर हैं। उन्होंने हमेशा मुझे प्रोत्साहित और हरेक चीज पर मुझ पर विश्वास जताया। वहीं, सोनल ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि 'मुझे बहुत कंपेयर किया जाता था। सोनल कहती हैं कि सबसे जरूरी चीज है कि आप जैसे हैं, उसी तरह खुद को स्वीकार करें। इस प्लेटफॉर्म में हम सबने बहुत कुछ सीखा।'
मिस यूनिवर्स को लेकर कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी
साल 2021 की मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता दिसंबर 2021 में इज़रायल में होगी। हरनाज़ इस प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। हरनाज का कहना है कि वह मिस प्रतियोगिता में भारत को जिताने के लिए जी-जान लगा देंगी। हरनाज़ कहती हैं कि उनके पास 45 दिनों का समय है। उनको मौका मिला है और हरनाज़ को सिर्फ घर का नाज़ नहीं बल्कि पूरे भारत का नाज़ बनना है। इस प्रतियोगिता के बाद उनके पापा उन्हें भारत की शेरनी कहते हैं।
सोशल मीडिया में सब कुछ सच नहीं
अक्सर लोग यही सोचते हैं कि स्टार्स या सेलेब्रिटी को कोई परेशानी नहीं है या वो अपनी ज़िंदगी में बेहद खुश रहते हैं, लेकिन सच्चाई इससे बहुत परे है। इसके जवाब में मिस दिवा सुपरनेशनल का खिताब जीतना वालीं रितिका कहती हैं कि चाहे हम पब्लिक प्लेस या फिर अपने सोशल मीडिया खुश हों पर ये रिएलिटी नहीं है। हम भी परेशान रहते हैं और आज हर कोई किसी ना किसी स्ट्रगल से जूझ रहा है। सोशल मीडिया में कई बार सब कुछ सच नहीं बयां हो पाता।
महसूस करें कि आप परफेक्ट हैं
हरनाज कहती हैं कि सबकी जिंदगी में मुश्किलें हैं। वो जिस भी इंसान से मिलती हैं कि उन सबसे सीखती हैं। आप बस महसूस कीजिए कि आप परफेक्ट हैं। सोनल कहती हैं कि आपके मन में कई चीज़ें चलती हैं, जिसको आप ताहकर भी कैमरा पर नहीं दिखा सकते। जरूरी है कि अपने आप पर से यकीन ना तोड़ें।
आसान राह बिल्कुल नहीं है
रितिका कहती हैं कि ये जर्नी बिल्कुल भी आसान नहीं है। वो सौंकड़ों बार रोई हैं और सभी रोए हैं। अगर सबको लगता है कि ये सब बिलकुल आसान है तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है। रास्ते में कठिनाई आएंगी लेकिन विजन क्लियर है तो सब मुमकिन हैं।
इस जर्नी के बाद क्या बदलाव आया है
इसके जवाब में तीनों ने यही कहा कि इस जर्नी के बाद भी हम आक आम इंसान की तरह ही हैं। हम तीनों में कोई बदलाव नहीं आया है। हम भी वैसे ही सोचते हैं, जैसे सब सोचते हैं। सबसे जरूरी है कि ऑथेंटिक रहें। आप सब हम जैसे हैं और हम आपके जैसे हैं। लेकिन जिम्मेदारी जरूर बढ़ी है।
अपनी मेहनत और भगवान पर भरोसा रखें
रितिका कहती हैं कि उन्हें भगवान पर पूरा विश्वास है। इतना बड़े प्लेटफॉर्म पर भी मेरा विश्वास अडिग रहा है। यहां तक अगर हम पहुंचे भी हैं तो शायद भगवान् ही हैं। हरनाज इस बात कुछ इस तरह से कहती हैं- 'रख यकीन अपनी मेहनत पर, तेरी किस्मत का तेरी किस्मत को जरूर मिलेगी पर उस किस्मत को बदलना तेरी हाथ में है।' हरनाज़ कहती हैं कि अपने और भगवान्..दोनों पर यकीन रखो। सोनल कहती हैं कि वो स्पिरीचुअल हैं।
टूटने पर खुद को कैसे संजोते हैं आप
सोनल कहती हैं कि हम सब रोते हैं। अपनी भावनाओं को बाहर निकालना जरूरी भी है क्योंकि आप के अंदर भी भावनाएं हैं। अगर आप खुशी स्वीकार कर सकते हैं तो आप रोना क्यों नहीं। हरनाज कहती हैं कि अगर आप उदास हैं तो आप उदास रहिए। आप तूफान आते वक्त भी खुश रह सकते हैं जरूरत है तो बस नजरिया बदलने की।
किसानों के मुद्दे पर कही ये बात
चूंकि हरनाज खुद पंजाब के चंडीगढ़ से आती हैं। देश में चल रहे किसानों के मसले पर उनका कहना है कि सरकार और किसानों के साथ बात करके अगर इस मसले को सुलझा लिया जाए तो, ये बेहचर विकल्प होगा।
तीनों ने ही समाज के नाम संदेश देते हुए कहा कि खुद पर भरोसा रखें। अपने पैशन के बारे में जानों और उसे फॉलो करो। अपने नजरिए को बदलिए और उसके बाद आपकी जिंदगी बदल जाएगी।