- सोनू सूद के घर पर आयकर का छापा पड़ा था।
- सोनू सूद पर फाउंडेशन के जरिए 20 करोड़ रुपए की हेराफेरी का आरोप है।
- सोनू सूद ने हर एक आरोप का जवाब दिया है।
Frankly Speaking with Sonu Sood: लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की मदद से चर्चा में आए बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद के घर पिछले दिनों आयकर विभाग ने छापा मारा था। सोनू सूद पर फाउंडेशन के जरिए 20 करोड़ रुपए की हेराफेरी का आरोप है। सोनू सूद ने अब सभी आरोपों पर जवाब दिया है।
TIMES NOW नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार से एक्सक्लूसिव बातचीत में सोनू सूद से पूछा गया कि इतने लोग उनसे मदद मांगने आते हैं तो 17 करोड़ रुपए क्यों खर्च नहीं हुए? एक्टर ने बताया कि, 'मेरे फाउंडेशन में मेरी अपनी कमाई जो एंडोर्समेंट के जरिए कमाता हूं, वह भी लगी है। इसके अलावा मेरे साथ लोग जुड़े हैं। ऐसे में आपकी जिम्मेदारी है कि हर एक रुपया सही ढंग से खर्च हो। मेरे पास मदद के लिए जो लोग आते हैं उन्हें मैं एक पैसा नहीं देता।'
'किया है अस्पतालों से टाइअप'
सोनू सूद आगे कहते हैं, 'हम वापस जाने के लिए उनकी टिकट बुक करवा देते हैं या फिर थोड़े पैसे दे देते हैं, ताकि वह अपनी टिकट बुक करवा सके या खाना खा सके। हालांकि, हम किसी को फालतू पैसे नहीं देते हैं। हमारी संस्था का नियम है कि जो पैसा जाएगा वो या तो अस्पताल में सर्जरी या टेस्ट के लिए जाएगा। कॉलेज और स्कूल में पढ़ाई के लिए जाएगा। हम जरूरतमंद की हर एक डिटेल भी चेक करते हैं। मैंने देशभर के अस्पतालों से टाईअप किया है। मुझे कोई सम्मानित करता है तो मैं उनसे साफ कहता हूं कि मुझे नहीं अस्पताल को पैसे दीजिए। मैं कहता हूं कि इतने लोगों की सर्जरी करवा दें।'
'अप्रैल-मई से आना शुरू हुआ है पैसा'
सोनू सूद इंटरव्यू में बताते हैं, 'ये पैसा कई साल से नहीं बल्कि अभी अप्रैल मई से आना शुरू हुआ है। संस्था के नियम के मुताबिक आपको एक साल के अंदर इसे खर्च करना होता है। खर्च करने में भी वक्त लगता है। बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जो इन पैसों के हकदार ही नहीं होते हैं। दूसरी बात ये पैसा किसी बच्चे ने अपने गुल्लक से निकालकर दिए हैं। एक अंधी लड़की ने अपनी 15 हजार रुपए पेंशन मेरी संस्था में दान की है। ऐसे में मेरी जिम्मेदारी है कि इसका सही इस्तमाल हो। हम अपने रिलेशन के जरिए लोगों का अस्पताल में इलाज करवा पाते हैं।
'आयकर विभाग को दी है बैंक स्टेटमेंट'
बकौल सोनू सूद, 'मैं खुद काफी समय से एक ऐसा अस्पताल बनाना चाहता हूं, जहां पर अपोलो, किंग्स अस्पताल जैसी मेडिकल सुविधाएं मिली। मैंने कई लोग से इस पर बात की है। मुझे लेटर आए हैं कि आप जैसे ही इसे शुरू करेंगे तो आपके पास मेडिकल सुविधाएं आ जाएगी।'
सोनू सूद के मुताबिक, 'पैसों को खर्च करने में वक्त लगता है, पैसा निकलता हर रोज है। मैंने अपनी बैंक स्टेटमेंट दी है। ऐसा कोई भी दिन नहीं होगा जब सात से आठ बार पैसा नहीं निकला हो।'