- अविका गोर को आज भी बालिका वधू की आनंदी के रूप में याद किया जाता है।
- फिलहाल अविका गोर अपने जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर चर्चा में हैं।
- अविका गोर ने एक लंबा नोट लिखकर अपनी वेट लॉस जर्नी की जानकारी दी है।
अविका गोर छोटे परदे के सबसे लोकप्रिय नामों में से एक हैं। आज भी अभिनेत्री अविका गोर को उनके डेब्यू शो बालिका वधू की आनंदी के रूप में याद किया जाता है। अविका ने अपने इस रोल से हर शख्स से दिल में जगह बना ली। फिलहाल अविका गोर अपने जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर चर्चा में हैं। हर कोई टीवी एक्ट्रेस अविका गोर का नया अंदाज देखकर चौंक गया है। क्योंकि एक्ट्रेस अविका गोर ने 13 किलो वजन कम किया है और नए लुक को देखकर सब उनकी तारीफ कर रहे हैं।
बालिका वधू की एक्ट्रेस अविका गोर ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए एक लंबा नोट लिखकर अपनी वजन कम करने की जर्नी के बारे में जानकारी दी है। इसी के बाद अविका गोर ने बताया है कि वो अपना वजन कम करके नई त्वचा से बेहद खुश हैं।
जब एक रात अविका गोर ने खुद को आयने में देखा
अविका गोर ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि अभी भी पिछले साल की एक रात मुझे याद है जब मैंने खुद को आईने में देखा और मुझे मैं बिल्कुल पसंद नहीं आई थी। अविका लिखती हैं, 'जब मैंने खुद को आईने में देखा और मैं टूट गया। मुझे दुख हुआ और पसंद नहीं आया कि मैंने क्या देखा। बड़े हाथ, पैर, अच्छी तरह से बढ़ाया हुआ पेट। मैंने बहुत ज्यादा इसे बढ़ने दिया था। यदि यह एक बीमारी (थायराइड, पीसीओडी आदि) के कारण हैं तो यह ठीक है क्योंकि यह हमारे नियंत्रण से बाहर होता। लेकिन ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि मैंने कुछ भी और सब कुछ खाया। मैंने बिल्कुल भी वर्कआउट नहीं किया। हमारे शरीर को भी अच्छी तरह से ट्रीट करने के जरूरत होती है, लेकिन मैंने इसकी इज्जत नहीं की।'
जब खुद को ही नापसंद करने लगीं अविका गोर
अविका गोर ने आगे बताया कि इन सबका परिणाम यह हुआ कि मैं खुद को नापसंद करने लगी और डांस जिससे मुझे सबसे ज्यादा प्यार था वो भी एंजॉय करना बंद कर दिया। मैं खुद को जज करने में व्यस्त हो गई और दूसरों को मुझे बुरा महसूस कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस इनसिक्योरिटी की वजह से मैं थका हुआ महसूस करने लगी और अपने खास लोगों से अलग होने लगी।
अविका गौर का ऐसे हुआ ट्रांसफॉर्मेशन
अविका गौर ने आखिरकार एक दिन फैसला किया कि बस अब बहुत हो गया। मैंने खुद पर काम करना शुरू किया। क्योंकि रातोंरात कुछ भी नहीं बदल सकता है। मैंने सिर्फ सही चीजों पर ध्यान देना शुरू किया, जिन चीजों पर मुझे गर्व होना चाहिए (जैसे डांस)। मैं अच्छा खाने और इसपर काम करने की कोशिश करती रही। इस बीच कई असफलताएं भी मिलीं लेकिन, यह महत्वपूर्ण था कि मैं रुकी नहीं। मेरे लोगों ने लगातार मुझे गाइड किया। लंबी कहानी को संक्षेप में कहूं तो एक सुबह मैंने खुद को आयने में देखा और मुझे खुद को नजरअंदाज करने का मन नहीं किया। मैंने खुद पर मुस्कुराई और खुद को बताया कि मैं सुंदर हूं।'