- पंजाब के पटियाला में बीता था गिरिजा शंकर का जीवन
- एयरफोर्स ज्वाइन करना चाहते थे लेकिन नहीं पास कर सके टेस्ट
- बाद में चुनी अभिनय की राह और पहुंचे मुंबई
Girija Shankar shares experience of playing Dhritarashtra: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन में महाभारत धारावाहिक का पुन: प्रसारण शुरू हुआ और इस सीरियल को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। टीआरपी लिस्ट में यह सीरियल शुरूआत से ही छाया रहा। इस सीरियल के प्रसारण के साथ ही इसमें लीड रोल निभाने वाले सितारे चर्चा में आ गए। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पर उनकी बातें होने लगीं।
महाभारत सीरियल में रोल निभाने वाले हर किरदार ने खूब लोकप्रियता बटोरी। आलम ये था कि ये सितारे अपने नाम से नहीं बल्कि किरदारों के नाम से पहचाने जाने लगे। इस सीरियल में 'धृतराष्ट्र' का किरदार काफी अहम था और इस रोल को निभाया था एक्टर गिरिजा शंकर ने।
मूल रूप से पंजाब के रहने वाले गिरिज फिलहाल हॉलीवुड में काम कर रहे हैं। गिरिजा शंकर का बचपन पटियाला में बीता। वह एयरफोर्स ज्वाइन करना चाहते थे लेकिन टेस्ट पास नहीं कर सके। उसके बाद नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के लिए चुन लिए गए। हालांकि उन्होंने वहां ज्वाइन नहीं किया।
नहीं जानते थे कौन हैं धृतराष्ट्र
धृतराष्ट्र के किरदार का ऑफर मिलने तक वह धृतराष्ट्र के बारे में नहीं जानते थे। उन्हें लगा था कि यह किरदार अहम नहीं होगा लेकिन सेट पर जाकर पता चला कि इसे निभाना कितना मुश्किल है। 28 साल के गिरिजा को गंभीर किरदार निभाना था।
सिर्फ सामने देखना होता था
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में गिरिजा ने बताया कि इस किरदार को निभाने में किन मुश्किलों को झेला। उन्होंने बताया कि धृतराष्ट्र देख नहीं सकते थे। ऐसे में उन्हें हमेशा सामने ही देखना होता था। इसके लिए उन्होंने बाकायदा प्रैक्टिस की। इसके लिए उन्होंने लैंस लगाने की भी सलाह दी थी।