- यह रोड दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और केजीपी एक्सप्रेसवे को करेगी लिंक
- बल्लभगढ़-मोहना रोड अभी है टू लेन, अब बनाया जा रहा है फोर लेन
- कटने के लिए चिन्हित हुए 1650 पेड़ों में कई 80 से 100 साल पुराने
Faridabad News: फरीदाबाद में जल्द ही हजारों पेड़ विकास की भेंट चढ़ने वाले हैं। ये सभी पेड़ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लिंक को केजीपी एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बल्लभगढ़-मोहना रोड को फोरलेन बनाने के कार्य के दौरान काटे जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार इस रोड पर मौजूद 1650 ऐसे पेड़ों को चिन्हत किया गया है, जो प्रोजेक्ट के बीच में आ रहे हैं। अब इन सभी पेड़ों को काटा जाएगा। इनमें से कई पेड़ ऐसे हैं जो 80 से 100 साल पुराने हैं।
बता दें कि बाईपास को केजीपी एक्सप्रेसवे से जोड़ने का मुख्य मार्ग बल्लभगढ़-मोहना रोड है। यह रोड अभी तक टू लेन थी, जबकि इस रोड पर हमेशा भीड़ की वजह से जाम लगा रहता था। जिसके कारण अब इसे फोर लेन बनाया जा रहा है। अब इसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लिंक रोड के रूप में विकसित किया जा रहा है। हालांकि जेवर एयरपोर्ट के लिए बन रहा ग्रीन फील्ड हाइवे भी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को केजीपी से जोड़ने का काम करेगा, लेकिन दो रोड होने से लोगों को ज्यादा बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी।
12 किलोमीटर के दायरे में कट रहे 1650 पेड़
फरीदाबाद एचएसआरडीसी विभाग के अनुसार बल्लभगढ़-मोहना रोड को चंदावली के पास से केजीपी एक्सप्रेसवे तक फोरलेन किया जाना है। यह रोड करीब 12 किलोमीटर लंबी है और फोरलेन योजना के रास्ते में लगभग 1650 पेड़ आ रहे हैं। इन सभी पेड़ों को काटा जाना है। इनके बदले नए पौधे लगाने व उनकी देखरेख करने के लिए एचएसआरडीसी ने वन विभाग के पास लगभग डेढ़ करोड़ रुपये जमा कराए थे। जिसके बाद वन विभाग ने इन पेड़ों को काटने की अनुमति देने के साथ कटाई भी शुरू करा दी है। हालांकि मानसून के कारण अभी पेड़ों की कटाई का कार्य काफी धीमा है। एचएसआरडीसी अधिकारियों के अनुसार इन पेड़ों को काटे बगैर सड़क निर्माण संभव ही नहीं था। इन पेड़ों के बदले रोड के किनारे 10 गुना अधिक पौधे लगाए जाएंगे। पेड़ लगाने का कार्य भी सड़क निर्माण के साथ ही चलेगा।