- मरीजों के इलाज के लिए 24 अगस्त को शुरू होगा अमृता अस्पताल
- पहले चरण में 500 बेड पर होगा मरीजों का इलाज, अगले साल 750
- पूरी तरह शुरू होने पर 133 एकड़ में बने इस अस्पताल में होंगे 2400 बिस्तर
Faridabad Amrita Hospital News: फरीदाबाद के लोगों को अगस्त माह में बहुत बड़ी सौगात मिलने जा रही है। यहां सेक्टर-88 में करीब 133 एकड़ में बन रहा अमृता अस्पताल अब बनकर लगभग तैयार हो गया है। 2400 बिस्तरों वाले इस अस्पताल को आने वाले 24 अगस्त को मरीजों के इलाज के लिए खोल दिया जाएगा। इस अस्पताल में लोगों को ऑन्कोलॉजी, कार्डियक साइंस, गैस्ट्रो-साइंसेस, रीनल साइंस, न्यूरोसाइंसेस, हड्डी रोग और स्ट्रोक, ट्रांसप्लांट और मां व बच्चे जैसे विभागों में इलाज दिया जाएगा। इस अस्पताल को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। पहले चरण में 24 अगस्त को इस अस्पताल में 500 बिस्तरों को शुरू किया जाएगा। इसके बाद अगले वर्ष यह बढ़कर 750 और पांच वर्ष में 1000 बिस्तरों पर इलाज शुरू किया जाएगा। आगामी 10 वर्षों में इस पूरे अस्पताल को शुरू किया जाएगा। जिसके बाद यहां 800 डॉक्टर सहित करीब 10 हजार लोगों का स्टाफ मरीजों का इलाज करेगा।
अस्पताल को शुरू करने की तरीख की घोषण अमृता अस्पताल फरीदाबाद के चिकित्सा निदेशक डॉ. संजीव के सिंह ने एक पत्रकारवार्ता में की। उन्होंने कहा कि यह एक विश्वस्तरीय संस्थान होगा। यहां पर कुल 2400 बेड में से 534 क्रिटिकल केयर बेड होंगे। उन्होंने कहा कि यह भारत में सबसे अधिक क्षमता वाला अस्पताल होगा। इस अस्पताल में 64 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे। इसके अलावा पूरी तरह से स्वचालित रोबोट प्रयोगशाला से यहां मरीजों का इलाज किया जाएगा।
अस्पताल में एक पूरी मंजिल मां व बच्चों के लिए होगी
निदेशक डॉ. संजीव ने बताया कि इस सात मंजिला इमारत वाले अस्पताल में एक पूरी मंजिल मां और बच्चे की देखभाल, भ्रूण और प्रजनन देखभाल और उच्च जोखिम वाली प्रसूति के लिए समर्पित होगी। इसमें नर्सरी और नवजात गहन देखभाल की 40 बिस्तर इकाई होगी। यहां पर मरीजों का लीवर, किडनी, हृदय, फेफड़े, श्वासनली, वोकल कॉर्ड, आंत, अग्न्याशय, त्वचा, हड्डी, चेहरे और अस्थि मज्जा का प्रत्यारोपण भी होगा। इसके अलावा यहां पर मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों के प्रशिक्षण के लिए एक अत्याधुनिक रोबोटिक्स, हैप्टिक, सर्जिकल-मेडिकल सिमुलेशन सेंटर होगा। इस अस्पताल परिसर में एक हेलिपैड और 498 कमरों वाला गेस्ट हाउस भी है। जहां मरीजों के साथ आने वाले उनके अटेंडेट रह सकेंगे।