- आशा व आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
- अधिकारियों और नेताओं पर लगाए गए अनदेखी के आरोप
- मांगें नहीं मानने पर 15 मार्च को संसद के लिए मार्च करेंगी
Faridabad News: इंटरनेशनल विमेंस डे के मौके पर आशा वर्कर्स सड़क पर उतर आईं। मामला फरीदाबाद का है जहां पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही आशा वर्कर्स आज सड़कों पर उतर आईं और नगर निगम कार्यालय पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आशा वर्कर्स का कहना है कि वह अपनी मांगों के लिए अधिकारियों से लेकर मंत्री तक से गुहार लगा चुकी हैं, लेकिन कोई उनकी सुनवाई करने को तैयार नहीं है। इन महिलाओं ने कहा कि 15 मार्च को संसद के लिए मार्च करेंगी।
आशा वर्कर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आईं
पूरा देश जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है। वहीं दूसरी तरफ फरीदाबाद में आशा वर्कर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आईं और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इनकी मानें तो वे अपनी मांगों के लिए अधिकारियों से लेकर मंत्री तक से मिल चुकी हैं। पहले तो उन्हें आश्वासन दिये जा रहे थे लेकिन अब उनकी कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सरकार शायद यही चाहती है कि महिला दिवस के मौके पर भी महिलाएं सड़कों पर ही रहें।
आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने फूंका सरकार का पुतला
फरीदाबाद के सेक्टर-12 में स्थित लघु सचिवालय के गेट पर आंगनवाड़ी वर्करों ने सरकार का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के मुताबिक पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर वो लगातार धरना दे रही हैं लेकिन सरकार ने उनकी किसी बात को नहीं माना और महिलाओं ने सरकार द्वारा खुद किए वायदे से भी मुकरने के आरोप लगाए।