- फरीदाबाद में बिजली चोरी से सप्लाई प्रभावित
- कई इलाकों में लाइन लॉस 10 फीसदी से अधिक
- लाइन लॉस के कारण बढ़ी कटौती
Electricity theft In Faridabad: डीएचबीवीएन के लाख प्रयासों के बाद भी स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में बिजली चोरी पर लगाम नहीं लग पा रहा है। बढ़ते लाइन लॉस के कारण बिजली सप्लाई भी प्रभावित हो रही है। बिजली निगम यहां प्रतिदिन करीब 35 बिजली चोरी पकड़ रहा है, लेकिन इसके बाद भी लाइन लॉस कम नहीं हो रहा है। बिजली निगम के अनुसार, बिजली चोरी के मामले फैक्टरियों के बजाय गांव और कॉलोनी में घर-दुकान में पकड़े जा रहे हैं।
बिजली चोरी के कारण फरीदाबाद के कई पावर हाउस पर इस समय लाइन लॉस 10 से 15 फीसदी है। डीएचबीवीएन इस कम करने के लिए लगातार छापेमार कार्रवाई भी कर रहा है, लेकिन यह कम होने का नाम नहीं ले रही। वर्ष 2021 में सेक्टर-23 स्थित सिंचाई एवं बिजली थाना में बिजली चोरी के 9, 331 मामले दर्ज हुए थे। इन पर चार करोड़ से ज्यादा जुर्माना भी लगाया गया।
वहीं इस साल 31 मार्च तक बिजली चोरी के 3,170 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। बिजली चोरी रोकने के लिए कई योजनाएं शुरू हुई हैं, इसके बावजूद बिजली चोरी हो रही है। बिजली चोरी के कारण लोगों को सही से बिजली सप्लाई नहीं मिल पा रही।
बिजली चोरी रोकने के लिए कई योजना शुरू
बिजली चोरी रोकने के लिए बिजली निगम ने कई योजनाएं शुरू की हैं। बिजली निगम ने वर्ष 2007 से बिजलीमीटरों को घर से बाहर करने की योजना शुरू की। लोगों ने इसका विरोध किया, लेकिन इसके बाद भी निगम यह योजना पूरा करने में कामयाब रहा। मीटर बाहर करने के पीछे मकसद था कि जब बिजली मीटर बाहर होगा तो बिजली उपभोक्ता चोरी करने से हिचकेंगे। वहीं रीडिंग लेने में भी दिक्कत नहीं आएगी। मगर, बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ताओं को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। बिजली चोरी रोकने के लिए बिजली निगम ने आईपीडीएस योजना के तहत कॉलोनियों में नंगे तार बदलकर आर्मड केबल डालीं। ताकि लोग कुंडी न डाल सकें। आर्मड केबल डालने के बाद चोरी में अंकुश तो लगा है। मगर, बिजली चोरी रोकने में अपेक्षित कामयाबी नहीं मिल सकी है। अभी भी जिले में ऑलओवर लाइन लॉस आठ से दस प्रतिशत के आस-पास है।