- टोला प्लाजा पर होगी सुविधाओं की जांच
- लोगों कर रहे थे टोल प्लाज पर सुविधाएं न मिलने की शिकायत
- टोल पर जरूरी है क्रेन, एम्बुलेंस और एमरजेंसी वाहन
Faridabad News : टोल प्लाजा पर प्रतिवर्ष आम जनता से लाखों करोड़ों रुपये आम जनता से वसूला जाता है। इसके बदले उन्हें जहां अच्छी सड़क की सुविधा देने का वादा किया जाता है, वहीं टोल प्लाजा पर भी कई तरह की सुविधा पाने के ये हकदार होते हैं। मगर फरीदाबाद के अंदर तस्वीर अलग है। लोगों की शिकायत है, कि यहां पर स्थिति टोल प्लाजा पर किसी लोगों को किसी भी तरह की सुविधा नहीं मिलती है। लोगों से मिल रही इन शिकायतों के बाद अब परिवहन विभाग सभी टोल प्लाजा की जांच करेगा। इस संबंध में परिवहन आयुक्त ने जांच के आदेश दिए हैं।
आयुक्त द्वारा जारी जारी आदेश में जिला उपायुक्त और जिला परिवहन अधिकारी को टीम गठित कर जांच का आदेश दिया है। इस टीम में स्वास्थ्य, परिवहन और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी शामिल किए जाएंगे।
जिला परिवहन विभाग ने गठित की टीम
परिवहन आयुक्त आयुक्त द्वारा जारी पत्र मिलने के बाद से जिला परिवहन विभाग भी हरकत में आ गया। फरीदाबाद परिवहन कार्यालय की तरफ से टोल प्लाजा के निरीक्षण को लेकर सिविल सर्जन और ट्रैफिक पुलिस को पत्र लिखकर अपने अधिकारियों को नियुक्त करने की मांग की है। तीनों विभागों की यह संयुक्त टीम सभी टोल प्लाजा की जांच कर अपनी रिपोर्ट सीधे परिवहन आयुक्त कार्यालय को भेजेगी। जिस भी टोल प्लाजा पर खामी मिलेगी, उस पर सीधे परिवहन आयुक्त कार्यालय द्वारा कार्रवाई की जाएगी। परिवहन अधिकारियों के अनुसार यह टीम जल्द ही कार्रवाई शुरू कर देगी।
जिले में मौजूद हैं कई टोल
फरीदाबाद के अंदर कई टोल मौजूद हैं, जिनसे प्रतिमाह करोड़ों रुपये का राजस्व प्राप्त होता है। दिल्ली-आगरा हाईवे पर बदरपुर बॉर्डर पर बने फ्लाईओवर, गुरुग्राम-फरीदाबाद सड़क, बल्लभगढ़-सोहना रोड पर, केजीपी एक्सप्रेस वे पर मोठूका और छांयसा इलाके में टोल प्लाजा मौजूद है। इस माह से हाईवे पर गदपुरी और होडल में दो नए टोल प्लाजा शुरू करने की तैयारी चल रही है। टोल वसूलने वाली एजेंसियों के लिए टोल चुकाने वाले वाहन चालकों को सुविधाएं देने का प्रावधान किया गया है। लेकिन ये एजेंसियां तय नियमों का पालन करने में लापरवाही बरतते हैं। टोल प्लाजा की क्रेन, एम्बुलेंस और गश्त करने वाले वाहनों का एमरजेंसी रेस्पॉन्स नंबर-112 से जोड़ने का प्रावधान किया गया है। ताकि 112 नंबर पर कॉल आने पर सूचना दी जा सके।