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Faridabad Power Facility: बिजली बिलों से उपभोक्‍ताओं को मिलेगी राहत, अब औसत रीडिंग के आधार पर बनेगा बिल

Updated Jun 24, 2022 | 09:20 IST

Faridabad Power Facility: फरीदाबाद के बिजली उपभोक्‍ताओं के लिए राहत भरी खबर है। अब बिजली निगम द्वारा उपभोक्‍ताओं का औसत रीडिंग के आधार पर बिल तैयार किया जाएगा। इस रिकार्ड के आधार पर बिजली निगम कर्मी गलत बिलों को दुरुस्त करने के लिए उपभोक्ताओं के घर जाएंगे और सही रीडिंग के हिसाब से नया बिल बनाएंगे।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
अब औसत रीडिंग के आधार पर तैयार होगा बिजली बिल
मुख्य बातें
  • उपभोक्‍ताओं को अब बिल सही कराने के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे निगम के चक्‍कर
  • बिजली निगम हर माह औसत रीडिंग के आधार पर तैयार करेगा बिल
  • निगमकर्मी गलत बिलों को दुरुस्त करने के लिए जाएंगे उपभोक्ताओं के घर

Faridabad Power Facility: गलत व लंबे-चौड़े बिजली बिलों से परेशान उपभोक्‍ताओं के लिए राहत भरी खबर है। जिले में अब औसत रीडिंग के आने वाले बिजली बिलों का हर माह रिकार्ड तैयार किया जाएगा। इस रिकार्ड के आधार पर बिजली निगम कर्मी गलत बिलों को दुरुस्त करने के लिए उपभोक्ताओं के घर जाएंगे और नए सिरे से रीडिंग लेकर बिजली निगम के मुख्यालय भेजेंगे, ताकि सही रीडिंग के हिसाब से नया बिल बन सके।

बिजली निगम के इस नई योजना को लेकर निगम के मुख्य अभियंता नवीन वर्मा की तरफ से आदेश जारी कर दिए गए हैं। निगम की इस योजना से उन सभी उपभोक्‍ताओं को फायदा मिलेगा, जिन्‍हें गलत बिजली बिल आने के बाद शिकायत लेकर निगम दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते थे। निगम के रिकार्ड के अनुसार जिले में इस समय सभी तरह के मीटर मिलाकर कुल 6.15 लाख बिजली मीटर हैं। इनमें से लगभग 55 प्रतिशत बिजली कनेक्शन रिहायशी हैं, जहां स्‍पॉट बिलिग होती है। बिजली निगम के अधिकारी मानते हैं कि इन क्षेत्रों में कहीं एक, तो कहीं दो प्रतिशत बिल गलत रीडिंग के आ रहे हैं।

निगम कर्मचारी घर-घर जाकर कर रहे रिकार्ड दुरुस्त

बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता नरेश कक्कड़ ने बताया कि फरीदाबाद में बिजली निगम के 18 सब डिवीजन हैं। लगभग हर क्षेत्र से गलत बिजली बिल भेजे जाने की शिकायतें आती रहती हैं। उन्‍होंने बताया कि यहां के जवाहर कालोनी सब डिवीजन से लगभग 34 हजार उपभोक्ता हैं। इस माह सिर्फ इस सब डिवीजन से ही 128 उपभोक्ताओं ने गलत बिल की शिकायत की है। निगम द्वारा ऐसे मामलों की हर महीने सूची तैयार की जा रही है। जेई की निगरानी में लाइनमैन या सहायक लाइनमैन उपभोक्ता के घर जाकर रिकार्ड दुरुस्त कर रहे हैं। अगर किसी का मीटर जला हुआ पाया जाता है, तो नया मीटर लगवा दिया जाता है। अब उपभोक्‍तों को गलत बिजली बिल के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।