- गिरोह के मुखिया पन्नालाल के पिता ने शुरू किया था ठगी का
- अब पति-पत्नी और बेटे मिलकर करते हैं लोगों के साथ ठगी
- आरोपी दो बार पकड़ा गया और दोनों बार कोर्ट से हुआ बरी
Faridabad Crime: फरीदाबाद में दो डॉक्टरों को नकली सोने के सिक्के देकर 80 लाख रुपये ठगने वाले आरोपियों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इस ठगी गिरोह का मुखिया पन्नालाल, उसकी पत्नी व तीन बेटों ने रिमांड के दौरान पूछताछ में क्राइम ब्रांच एनआईटी के सामने कई हैरान करने वाले खुलासे किए है। क्राइम ब्रांच प्रभारी नरेंद्र शर्मा ने बताया कि, जांच में पता चला है कि नकली सोने के सिक्के देकर लोगों को ठगने वाला यह गिरोह तीन पीढ़ियों से ठगी का कार्य कर रहा है और अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठग चुका है।
ठगी के इस खेल को पन्नालाल के पिता गंगाराम ने करीब 40 साल पहले शुरू किया था। उसने बेटे पन्नालाल को ठगी के गुर सिखाये और इसने अपने तीन बेटों को। आरोपी पन्नालाला ने पुलिस को बताया कि, उसके पिता ने ही सैकड़ों बार ठगी की थी, लेकिन कभी पकड़े नहीं गए। वहीं वह खुद 20 साल से ठगी कर रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि, पन्नालाल अब तक सिर्फ दो बार ठगी के आरोप में पकड़ा गया है। एक बार भोपाल और एक बार दिल्ली में। लेकिन दोनों पर पर्याप्त सबूत न होने के कारण कोर्ट से बरी कर दिया गया।
पिता ने सिखाया था कभी न करना गृह क्षेत्र में ठगी
आरोपित पन्नालाल ने बताया कि, उसके पिता गंगाराम ठगी करने के लिए मुंबई जाते थे। उसने पन्नालाल को सिखाया था कि कभी भी अपने गृह क्षेत्र या जहां पर रहते हो उसके आस-पास ठगी मत करना, हमेशा दूर जाकर ठगी करो। पन्नालाल 20 साल तक इस बात को मानता रहा। इस बार बहन की मौत की वजह से वह बाहर नहीं जा पाया और रुपये भी खत्म हो गए थे। इसलिए परिवार से सलाह करने के बाद उसने पहली बार अपने गृह क्षेत्र फरीदाबाद में ही ठगी करने का प्लान बनाया। पिता का नियम तोड़ते ही पूरे परिवार के साथ पकड़ा गया। ये परिवार एक साथ मिलकर अब तक हैदराबाद, बेंगलुरू, लखनऊ, राजस्थान, बिहार आदि जगहों पर दर्जनों ठगी करने की बात कबूल की है।
आलीशान बंगले में रहते थे आरोपी, कीमत चार करोड़
ठगी करने वाला यह परिवार बेहद आलीशान जिंदगी जीता है। ऊंचा गांव में आरोपियों ने गंलानुमा एक घर बनवा रखा है। आरोपी ने घर ऐसे बनवाया कि, इसे बनवाने पर करीब चार करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इस घर के हर कमरे में एसी लगा हुआ है। साथ ही पूरा घर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है। घर के अंदर पुलिस से बचने के लिए चोर रास्ता भी बनाया गया है।