- चारों आरोपियों ने की थी एक दूसरे के दुश्मन को खत्म करने की डील
- चारों आरोपी अगले सप्ताह करने वाले थे अपने बाकि के टारगेट का सफाया
- आरोपी अजय है मुख्य साजिशकर्ता, पसंद आने वाली युवती के लिए हत्या
Faridabad: छांयसा में हुए राहुल हत्याकांड के मामले को सुलझाते हुए पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल चारों आरोपियों को सोनीपत से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान सोनीपत के गांव भैंसवाल निवासी अजय, सोनीपत के गांव रीढाऊ निवासी पदम, रोहतक के गांव बालयान निवासी राहुल उर्फ ब्रह्मचारी और रोहतक के गांव खरैटी निवासी रोहित उर्फ केडी के रूप में की है। सभी आरोपी 22 से 27 साल के हैं। इस हत्याकांड का मुख्यआरोपी अजय है, उसने ही हत्या की साजिश रची थी। अजय को मृतक राहुल का एक लड़की से बात करना अच्छा नहीं लगता था।
इन आरोपियों से पूछताछ में कई ऐसे चौकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिनको सुनकर पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। पुलिस के अनुसार हत्या की इस वारदात में शामिल अन्य युवकों को अजय और राहुल से कोई मतलब नहीं था। इन चारों आरोपियों के बीच एक खास सौदा हुआ था, जिसके तहत वे राहुल को मारने आए थे। आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उन चारों के बीच सौदा हुआ था कि वे सभी एक दूसरे के दुश्मनों को खत्म करने में एक दूसरे का साथ देंगे। राहुल की हत्या को अंजाम देने के बाद ये आरोपी पांच और हत्याएं करने वाले थे। आरोपियों ने बताया कि उन्हें पता था कि सरेआम गोली चलाने के बाद वे ज्यादा दिन पुलिस से बच नहीं सकते, इसलिए उन लोगों ने अगले सप्ताह अपने बाकि के टारगेट को खत्म करने की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही इन्हें दबोच लिया।
रोहित और राहुल करना चाहते थे अपने दुश्मनों का सफाया
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपियों को गिरफ्तार करने में अगर कुछ दिन कि और देरी हो जाती तो ये कई लोगों की जान ले सकते थे। पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार आरोपी रोहित का उसके गांव के ही एक युवक से झगड़ा था। जिसकी वह हत्या करना चाहता था। वहीं आरोपी राहुल उर्फ ब्रह्मचारी ने बताया कि उसके घर पर करीब छह माह पहले कुछ युवकों ने हमला किया था। राहुल ने इनमें से चार युवकों की हत्या की योजना बना रखी थी। जिसे वह जल्द ही अंजाम देना चाहता था। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पता चला था कि अजय कॉलेज से ही जिस युवती को पसंद करता था राहुल उसके नजदीक आ गया था। इस बात का पता जब अजय को लगा तो वह सहन नहीं कर सका। डीसीपी क्राइम मुकेश मल्होत्रा ने बताया कि घटना से करीब बीस दिन पहले अजय ने राहुल के गांव के पास ही एक कमरा किराए पर लेकर राहुल के बारे में जानकारी एकत्रित की। इसके बाद 19 जुलाई को अपने साथियों के साथ राहुल के घर की रेकी की और 21 जुलाई को गोली मारकर हत्या कर दी।