- आरोपी किट व दवा देने के बदले लोगों से लेता था पांच हजार रुपये
- आरोपी को पकड़ने के लिए महिला को भेजा गया ग्राहक बनाकर
- किट देकर पैसे लेते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरोपी को दबोचा
Faridabad News: फरीदाबाद में एक 10वीं पास व्यक्ति डॉक्टर बन बैठा और लोगों से हजारों रुपये लेकर धड़ल्ले से गर्भपात करने लगा। आरोपी द्वारा किए जा रहे इस निर्मम कृति की भनक जिला स्वास्थ्य विभाग को लग गई। जिसके बाद विभाग की टीम ने ट्रैप लगाकर आरोपी को गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली एमटीपी किट बेचते हुए दबोच लिया। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह 10वीं पास है और लंबे समय से यह कार्य कर रहा है। उसने पुलिस को बताया वह दवा व किट शहर के ही एक मेडिकल स्टोर से खरीदता है। इसके बाद टीम उसे लेकर उस मेडिकल स्टोर पर गई, पुछताछ के दौरान मेडिकल स्टोर संचालक ने उसे किसी भी तरह की दवा देने की बात से इनकार कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने पकड़े गए शख्स के खिलाफ धौज थाने में मामला दर्ज कराया है।
सिविल सर्जन डॉ. विनय गुप्ता ने बताया कि, शिकायत मिली थी कि, खोरी जमालपुर गांव में जुबेर नाम का एक व्यक्ति गर्भपात कराने का कार्य करता है। इसके एवज में वह लोगों से 5 हजार रुपये लेता है। यह जानकारी मिलने के बाद डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. हरीश आर्य के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इस टीम में डॉ. रामनिवास, डॉ. श्वेता व डॉ. कुलदीप भी शामिल थे। इस टीम ने एक गर्भवती महिला को नकली ग्राहक बनाकर उसके पति के साथ जुबेर के पास भेजा। बात होने के बाद आरोपी ने उन्हें मोबाइल पर अपनी लोकेशन भेज दी। वह सोहना रोड स्थित सिरोही गांव के पास महिला व उसके पति से मिला।
पैसे पकड़ते ही टीम ने दबोचा
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. हरीश आर्य ने बताया कि, ग्राहक बनकर गई महिला ने आरोपी को बताया कि वह 2 महीने की गर्भवती है और इस बच्चे को गिराना चाहती है। इस पर आरोपी जुबेर ने महिला को एमटीपी किट से गर्भपात कराने की सलाह दी। महिला की सहमति के बाद आरोपी ने उन्हें किट और 5 गोलियां दीं और बदले में पांच हजार रुपये ले लिया। वहीं मौका मिलते ही महिला ने पास में ही मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम को इशारा कर दिया। जिसके बाद टीम ने पुलिस के साथ मिलकर जुबेर को मौके पर ही दबोच लिया। सिविल सर्जन ने बताया कि, पुलिस जुबेर से पूछताछ कर रही है और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं मेडिकल स्टोर संचालक की भूमिका की भी जांच की जा रही है।