- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर करीब 15 फीसदी बढ़ा टोल
- 1 अप्रैल से लागू होंगी टोल की नई दरें
- एनएचएआई ने बढ़ी दारों पर जारी किया नोटिफिकेशन
Delhi-Meerut Expressway Toll: डीएमई (Delhi-Meerut Expressway) पर याता करने वालों का सफर 1 अप्रैल से महंगा हो जाएगा। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस रूट पर अधिक टोल वसूली की मंजूरी दे दी है। एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने टोल की नई दर जारी कर दिए हैं। नई दरों के अनुसार यात्रियों को अब करीब 15 प्रतिशत अधिक टोल देना होगा। नई दरों के अनुसार टोल वसूलने के लिए निजी कंपनी ने अपनी तैयारी भी पूरी कर ली है। एनएचएआई के अनुसार, इस टोल से प्रतिदिन करीब 30 हजार छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं।
डासना उतरने पर करना गोहा मैनुअल भुगतान
इस रूट पर दिल्ली से डासना तक सफर करने वालों को टोल नहीं देना होगा। दिल्ली से सीधे मेरठ जाने वाले वाहनों को पूरे मार्ग का टोल चुकाना पड़ेगा। वहीं, मेरठ से डासना पर उतरने वाले वाहन चालकों को टोल बूथ पर मैनुअल भुगतान करना होगा। उससे आगे जाने पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) के जरिए टोल कट जाएगा। बता दें कि, एनएचएआई ने बीते साल ही दरों में 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी की बात कही थी।
इतना देना होगा टोल
अगर आप दिल्ली से मेरठ तक का सफर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के जरिये करना चाहते हैं तो आपको 155 रुपये टोल टैक्स देना होगा। पहले यह 140 रुपये निर्धारित किया गया था, जिसे बढ़ाकर 155 रुपये कर दिया गया है। वहीं, एनएचएआई ने सराय काले खां से डासना के बीच टोल बूथ नहीं बनाए हैं। यहां ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर के जरिए फास्ट टैग से शुल्क कट जाएगा। डासना से काशी टोल प्लाजा तक टोल वसूली के लिए बूथ बनाए गए हैं।
चिपियाना आरओबी अधूरा, डासना तक नहीं लगेगा टोल
दिल्ली से डासना के बीच चिपियाना आरओबी का निर्माण अभी अधूरा है, जिस कारण एनएचएआई ने टोल वसूली में रियायत दी है। दिल्ली से अगर कोई वाहन डासना तक आएगा तो उसे अभी टोल नहीं देना होगा। वहीं अगर यह वाहन दिल्ली से चलकर अगर मेरठ तक जाएगा तो फिर यह रियायत खत्म हो जाएगी। चिपियाना आरओबी का निर्माण पूरा हो जाने के बाद फिर दोनों साइड से पूरा टोल देना पड़ेगा। एनएचएआई ने अप्रैल माह के अंत तक इस आरओबी का निर्माण पूरा करने का दावा किया है।