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Ghaziabad Pollution: गाजियाबाद की सड़के होंगी चकाचक, नहीं दिखेंगे धूल के कण, जानें कारण

Updated Mar 27, 2022 | 11:54 IST

Ghaziabad pollution: गाजियाबाद को विश्‍व का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर का खिताब मिलने के बाद अब स्‍वच्‍छता अभियान शुरू किया गया है। इसके लिए 10 आधुनिक मशीनें खरीदी गई हैं। इन मशीनों से सड़कों पर मौजूद धूल के छोटे-छोटे कण भी साफ किए जा सकते हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
शहर को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नगर निगम ने स्‍वच्‍छता अभियान शुरु किया
मुख्य बातें
  • गाजियाबाद प्रशासन ने शुरू किया सफाई अभियान
  • सफाई के लिए नगर निगम ने खरीदी 10 आधुनिक मशीनें
  • अब सड़कों पर धूल के छोटे कण भी नहीं दिखेंगे

Ghaziabad will be pollution free: देश के साथ विश्‍व में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर का शर्मनाक खिताब हासिल करने के बाद गाजियाबाद नगर निगम द्वारा शहर को प्रदूषण मुक्त करने और इस कलंक को मिटाने के लिए शहर में स्‍वच्‍छता अभियान शुरु किया गया है। नगर निगम ने शहर की सड़कों की सफाई, धुलाई करने के लिए आधुनिक मशीनें खरीदी हैं। हवा में फैले धूल कणों को खत्‍म करने और सड़कों को स्‍वच्‍छ बनाने के लिए नगर निगम ने 10 इलेक्ट्रॉनिक मशीनें खरीदी हैं।

ये सभी मशीनें पूरी तरह बैटरी से चलेंगी और अपने पाइप एयर प्रेशर से कूड़े को अपनी तरफ खींचेगी। यह मशीनें इतनी पॉवरफुल हैं कि, सड़क पर मौजूद धूल कड़ों को भी पूरी तरह साफ कर देते हैं। इन मशीनों की जानकारी देते हुए नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि, ये मशीनें शहर में पहुंच गई हैं और इनसे साफ-सफाई का कार्य भी शुरू हो गया है।

रात में चल रहा सफाई अभियान

शहर के अंदर अब रात के समय सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान सड़कों को साफ करने के साथ डिवाइडरों के किनारों को भी साफ किया जा रहा है। इसके लिए पांच नई अपग्रेडेड रोड स्वीपिंग मशीनें काम में लाई जा रही हैं। सफाई अभियान के लिए रात का समय इसलिए चुना है, ताकि ट्रैफिक के कारण काम में रूकावट न हो। इस सफाई अभियान के पहले चरण में 150 किलोमीटर लंबी 10 प्रमुख सड़कों का चयन किया गया है। ये मशीनें सड़कों पर सफाई और धुलाई करेंगी। इसके अलावा प्रमुख सड़कों और डिवाइडरों की धुलाई, सेंट्रल वर्ज में लगे पेड़-पौधों की सिंचाई के लिए पांच हाईप्रेशर जेटिंग मशीनें भी शुरू की गई हैं।

स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए फीडबैक शुरू

इस माह से भारत सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में फीडबैक लेने का कार्य भी शुरू हो गया है। नगर निगम ने ब्रांड एंबेसडर के जरिए सिटीजन फीडबैक एप से लोगों को स्वच्छता संबंधित प्रतिक्रिया में भाग लेने को कहा है। लोगों से मिले इस फीडबैक के आधार पर ही शहर की रैंकिंग तय की जाएगी।