- सिद्धार्थ विहार में रहने वाले निवासियों को गंगा जल का लाभ मिलेगा
- इस साल दिसंबर तक सिद्धार्थ विहार को 30 एमएलडी पानी सप्लाई होगा
- प्रताप विहार में गंगा जल ट्रीटमेंट प्लांट में 50 क्यूसेक और 100 क्यूसेक प्लांट हैं
Ganga Water Treatment Plant News: गाजियाबाद के यूपी हाउसिंग बोर्ड के तहत आने वाले सिद्धार्थ विहार को जल्द ही गंगा जल पानी सप्लाई का लाभ मिलने वाला है। इस साल के आखिर तक सिद्धार्थ विहार में रहने वाले निवासियों को इस पानी का लाभ मिलेगा। अपनी खास क्वालिटी के कारण का इस गंगा जल पानी की काफी डिमांड है। अभी तक इस पानी का फायदा कुछ ही क्षेत्रों को मिल पा रहा है, जोकि हिंडन के किनारे के क्षेत्र शामिल है।
सिद्धार्थ विहार प्रताप विहार गंगा जल ट्रीटमेंट प्लांट के करीब होने के कारण इसका जल्द ही फायदा उठा सकेगा। इसके पक्ष में काम जारी है। पाइपलाइन के जरिए सिद्धार्थ विहार को जोड़ने के लिए काम किया जा रहा है, जिसके बाद जल्द ही लगभग तीन लाख लोगें को इस प्लान से फायदा मिलेगा।
दिसंबर तक सिद्धार्थ विहार को 30 एमएलडी पानी
प्रताप विहार गंगा जल ट्रीटमेंट प्लांट प्रोजेक्ट के मैनेजर अद्विदिया शर्मा ने कहा है कि, यह प्लांट इस साल दिसंबर तक सिद्धार्थ विहार को 30 एमएलडी पानी सप्लाई करने की स्थिति में होगा। इससे संबंधित कार्य चल रहा है। डासना से प्लांट तक 20 किमी लंबी पानी की पाइपलाइन पहले ही बिछाई जा चुकी है, जो इलाके में रह रहे लोगों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति करेगी। यह प्लांट नोएडा को भी 90 एमएलडी पानी की आपूर्ति करेगा।
परियोजना की अनुमानित लागत 304 करोड़ रुपये
अद्विदिया शर्मा ने आगे बताया है कि, इस पूरी परियोजना की अनुमानित लागत 304 करोड़ रुपये है। यूपी हाउसिंग बोर्ड, जो सिद्धार्थ विहार का संचालन करता है, उसने इस परियोजना के लिए 80 करोड़ रुपये दिए हैं। साल 2018 में यूपी जल निगम ने खोड़ा को गंगा जल उपलब्ध कराने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की, लेकिन तब से कोई प्रगति नहीं हुई है।
प्रताप विहार में गंगा जल ट्रीटमेंट प्लांट में 50 क्यूसेक और 100 क्यूसेक प्लांट
गौरतलब है कि, प्रताप विहार में गंगा जल ट्रीटमेंट प्लांट में 50 क्यूसेक और 100 क्यूसेक प्लांट हैं, जो नोएडा और गाजियाबाद के कुछ हिस्सों में पानी की आपूर्ति करता है। 50 क्यूसेक प्लांट नोएडा, गाजियाबाद नगर निगम (जीएमसी), यूपी हाउसिंग बोर्ड और जीडीए कॉलोनियों को 120 एमएलडी गंगा जल प्रदान करता है। जिसमें से 48 प्रतिशत पानी नोएडा को, 46 प्रतिशत पानी गाजियाबाद नगर निगम और बाकी का बचा हुआ 13.8 प्रतिशत यूपी हाउसिंग बोर्ड को मिलता है। वहीं 100 क्यूसेक प्लांट 245 एमएलडी पानी का उत्पादन करता है। नोएडा में 80% पानी और जीडीए को 15% मिलता है, जबकि शेष हाउसिंग बोर्ड द्वारा प्रशासित कॉलोनियों के लिए होता है।