- आईटीएमएस लागू होने के बाद शहर को ट्रैफिक से निजात मिल सकेगी
- गाजियाबाद नगर निगम ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की
- डीपीआर में कुछ मामूली संशोधन होने की जरूरत
Ghaziabad Traffic News: गाजियाबाद में हर दिन ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में गाजियाबाद नगर निगम ने शहर के ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सिस्टम यानी एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली (आईटीएमएस) लागू करने का फैसला किया है। यह परियोजना राज्य के स्मार्ट सिटी मिशन के तहत लागू की जाएगी। आईटीएमएस लागू होने बाद शहर को ट्रैफिक से निजात मिल सकेगी।
इस परियोजना को लागू करने के लिए गाजियाबाद नगर निगम ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। आईटीएमएस परियोजना को शुरू करने की अनुमानित लागत करीब 48 करोड़ रुपये है। इस प्रस्ताव के लिए नगर निगम राज्य सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। मंजूरी मिलते ही शहर में आईटीएमएस परियोजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
परियोजना के लिए डीपीआर पूरा कर लिया गया है
इस बाबत गाजियाबाद नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने कहा है कि राज्य सरकार के निर्देशों के बाद परियोजना के लिए डीपीआर पूरा कर लिया गया है और एक बार जैसे ही इस परियोजना को अंतिम मंजूरी मिलती है, हम एक महीने के अंदर काम शुरू कर देंगे। महेंद्र सिंह तंवर के अनुसार डीपीआर में कुछ मामूली संशोधनों की जरूरत है हालांकि इसे अंतिम रूप दिया गया है।
नगर निगम पूरी परियोजना का निर्माण करेगा
राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत दी गई धनराशि से गाजियाबाद नगर निगम पूरी परियोजना का निर्माण करेगा। निगम के अनुसार डीपीआर में पूरे शहर में 58 प्रमुख यातायात चौराहों को शामिल करने की सलाह दी है जहां ट्रैफिक को तत्काल प्रभाव से सुचारू करने की जरूरत है। डीपीआर में अपने सुझाव प्रस्ताव में नए ट्रैफिक इंफोर्समेंट सिस्टम, रेड-लाइट, ट्रिपल राइडिंग डिटेक्शन सिस्टम, ट्रिपल राइडिंग डिटेक्शन सिस्टम, ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम, नो-हेलमेट डिटेक्शन सिस्टम और उल्लंघन डिटेक्शन सिस्टम लगाने का सुझाव दिया है।
परियोजना में 58 चौराहों की सूची
आपको बता दें कि गाजियाबाद नगर निगम ने अपनी परियोजना में जिन 58 चौराहों की सूची दी है, उसमें काला पत्थर (इंदिरापुरम), यूपी गेट के पास, डाबर चौक, हिंडन एयर बेस के पास, कौशांबी (वेव सिनेमा के पास), साहिबाबाद मंडी, हापुड़ चुंगी, सौर ऊर्जा मार्ग, बौद्ध चौक (वसुंधरा), कौशांबी (वेव सिनेमा के पास) और कालका गढ़ी चौक शामिल हैं।