- मेरठ में मिली सिर कटी लाश की पुलिस ने कराई शिनाख्त
- पिता और भाई ने की थी युवती की हत्या
- झूठी आन की खातिर एक और प्रेम कहानी का अंत
Honor Killing in Meerut: उत्तर प्रदेश के मेरठ में मिली सिर कटी लाश की पहचान हो गई। मेरठ में झूठी आन की खातिर एक और प्रेम कहानी का खौफनाक अंत हुआ। पुलिस की टीम ने बुधवार को सिरकटी लाश की शिनाख्त की और आरोपियों तक पहुंच गई। युवती की हत्या उसके पिता और भाई ने की थी। पड़ोस में रहने वाले युवक से अफेयर के चलते बेटी का सिर धड़ से अलग कर दिया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पिता और भाई को गिरफ्तार कर मामला का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों के घर से वाटर सैंपल लेकर केमिकल टेस्ट भी कराया है।
जानकारी के अनुसार, 12 अगस्त को मेरठ के लिसाड़ी गेट के न्यू इस्लामनगर में लक्खीपुरा नाले के पास एक युवती की सिरकटी लाश मिली थी। पुलिस की टीम लाश की शिनाख्त में लगी थी।
घर में कहीं नहीं मिले खून के धब्बे
इसी बीच पता चला कि सिरकटी लाश लिसाड़ी गेट के शालीमार गार्डन की गली नंबर-3 में रहने वाली शाइना उर्फ सानिया की है। टीम सानिया के घर जांच के लिए पहुंची। घर में कहीं भी खून के धब्बे नहीं मिले। घर का फर्श चेक किया लेकिन खून नहीं दिखा। शक होने पर पुलिस ने घर की नाली से पानी के सैंपल लेकर केमिकल टेस्ट कराया। केमिकल टेस्ट में नाली के पानी में ब्लड ट्रेसेस मिल गए, जिससे यह पुष्टि हो गई कि हत्या घर पर ही हुई थी।
प्रेमी से शादी करने की जिद पर अड़ी थी सानिया
पूछताछ में कातिल पिता शाहिद ने बताया कि, 18 साल की सानिया अपने प्रेमी से शादी करने की जिद पर अड़ी थी। लेकिन युवक गैर बिरादरी का होने की वजह से उन्हें रिश्ता पसंद नहीं था। इसलिए बेटी को मार डाला। पुलिस उन तक न पहुंचे इसलिए धड़ को लक्खीपुरा नाले के पास फेंका था। जबकि सिर को अंजुम पैलेस के पास नाले में फेंका था। आरोपी पिता ने बताया कि, मेरठ की शहजाद कॉलोनी में मेरे घर के पास ही इमरान का घर है। इमरान के बेटे वसीम और सानिया के बीच अफेयर हो गया। वसीम सैफी बिरादरी से है, लेकिन हम लोग कुरैशी हैं। वसीम कुछ काम भी नहीं करता। कातिल पिता ने बताया कि, हमने सानिया को खूब समझाया। लेकिन वह नहीं मानी। बंदिशों के बाद भी सानिया छिपकर वसीम से मिलती थी। सानिया और वसीम एक बार घर से भाग भी गए थे। हालांकि बाद में हमने दोनों को ढूंढ निकाला और घर वापस ले आए।
बदनामी की वजह से छोड़ दिया था मोहल्ला
पिता ने बताया कि, इसके बाद रिश्तेदारी से लेकर मोहल्लेवालों तक को सानिया और वसीम के अफेयर का पता चल गया। बदनामी की वजह से हमने मोहल्ला छोड़ दिया और शालीमार गार्डन में आकर रहने लगे। इसके बाद भी सानिया और वसीम मिलते थे। 20 दिन पहले सानिया ने छत से कूदकर खुदकुशी की कोशिश भी की थी। इसके बाद परिवार ने सानिया की शादी मुजफ्फरनगर में रिश्तेदारी की बुआ के बेटे से कराने का फैसला किया। लेकिन सानिया इस शादी के राजी नहीं थी। जब वह नहीं मानी तो उसकी हत्या का प्लान बनाया। कातिल पिता ने बताया कि, बड़ी बेटी गर्भवती है। पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराया। बेटी के साथ पत्नी को भी अस्पताल में ही छोड़ दिया। घर पर तीन बेटे और सानिया रह गए थे। मैं भी जमात के बहाने घर से बाहर चला गया था।
रात में चाकू से किया था सिर धड़ से अलग
इस बीच तीनों बेटों और सानिया को लगा कि मैं जमात में गया हूं तो सुबह तक नहीं आऊंगा। लेकिन मैं देर रात घर आया। मैंने बड़े बेटे अजीम को उठाया और उसे घर के बाहर ले जाकर पूरा प्लान समझाया। रात में सानिया का सिर धड़ से अलग कर हत्या कर दी। सिर और धड़ को अलग-अलग जगह नाले में फेंक दिया। घरवालों को बताया कि, सानिया को रिश्तेदारी में भेज दिया है। एसओजी प्रभारी रामफल सिंह ने बताया कि, बेटी के प्रेम-प्रसंग के चलते पिता और भाई ने ही उसकी गर्दन काटकर हत्या की थी। भाई की निशानदेही पर युवती के सिर की नाले में तलाश की गई है। शाहिद की निशानदेही पर चाकू बरामद कर लिया है।