- स्वास्थ्य विभाग ने छह माह में विभिन्न कॉलोनियों से लिए थे 363 सैंपल
- 112 सैंपल पूरी तरह से फेल, 40 सैंपल में सीवर का गंदा पानी मिला हुआ
- गंदा पानी पीकर शहर में फैल रहा डायरिया, अब 1225 लोगों को डायरिया
Ghaziabad MC: शहर के स्वर्ण जयंतीपुरम इलाके में डायरिया से 2 बच्चों की मौत के बाद जागा प्रशासन अभी राहत और बचाव कार्य में ही जुटा है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक रिपोर्ट ने पूरे शहर को टेंशन में डाल दिया है। विभाग ने अपने जांच रिपोर्ट में बताया है कि इस समय शहर की 40 कॉलोनियों में बेहद दूषित पानी सप्लाई किया जा रहा है। जांच में नगर निगम व जीडीए द्वारा पीने के लिए सप्लाई किए जाने वाले पानी में सीवर का गंदा पानी मिले होने की पुष्टी हुई। यही वजह है कि शहर में डायरिया लगातार अपने पैर पसार रहा है और अब तक 1225 लोग डायरिया की शिकायत लेकर जिला अस्पताल पहुंच चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 6 माह के दौरान शहर के विभिन्न कॉलोनियों से पानी के 363 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। इनमें से 112 सैंपल पूरी तरह से फेल हो गए। फेल हुए इन सैंपल में से 40 सैंपल ऐसे हैं जिनमें सीवर के पानी मिला हुआ पाया गया। जिन इलाकों के सैंपल में सीवर का पानी मिला पाया गया। उन्हें इलाकों में ज्यादातर लोग ये गंदा पानी पीकर डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। जांच रिपोर्ट जारी करने के साथ स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगम और जीडीए को कई बार पत्र लिखकर भी इसकी जानकारी देते हुए पानी की गुणवत्ता में सुधार करने को कहा है।
यहां का पानी पीने लायक नहीं
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार लगभग आधे शहर में इस समय गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। इस पानी को पीने से लोग बीमार हो सकते हैं। वहीं जिन इलाकों में पेयजल के साथ सीवर का पानी पाया गया उनमें उदलनगर, नंदग्राम, पीले क्वार्टर, सेवानगर, शिब्बनपुरा, सेक्टर-23 संजयनगर, शांति नगर, भूड़ भारत नगर, घूकना, विवेकानंद नगर, विजय नगर, सिहानी, दीनागढ़ी, हरसांव, प्रतापनगर, महेंद्रा एन्क्लेव, जगदीशनगर, स्वर्ण जयंतीपुरम, पटेलनगर, बाल्मीकि कुंज, मानसी विहार कॉलोनी शामिल हैं।