- आरोपियों ने लोगों से पैसे लेकर कर रखा था एक साल में कब्जा देने का वादा
- वर्ष 2017 में पैसे देने के बाद अब तक लोगों को नहीं मिला अपना आशियाना
- डीटीपी प्रवर्तन भी कर रहा मामले की जांच, विभाग भी दर्ज कराएगा मामला
Gurugram News: शहर के फर्रुखनगर में प्लॉट के नाम पर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। बिल्डरों ने 78 लोगों से अवैध कॉलोनी में प्लॉट देने के नाम पर 15 करोड़ रुपये ठग लिए। लोगों को जब पैसे देने के बाद भी प्लॉट पर कब्जा नहीं मिला तो बिल्डरों के खिलाफ पुलिस आयुक्त को शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने 8 आरोपी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में खरीदारों ने बताया कि, आरोपी बिल्डरों ने उनसे वर्ष 2017 में रुपये लेकर एक साल में प्लॉट देने का वादा किया था, लेकिन अब तक न तो प्लॉट मिला है और न ही आरोपी पैसे वापस कर रहे। वहीं जो आरोपियों से पैसे मांगने जाता है, उसे डरा धमका कर भगा देते हैं। पुलिस ने धोखाधड़ी के इस मामले में स्वयासाची इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक विजय राजन, सेल्सपर्सन बब्बन, शाकिर अहमद, मनीष, चंदन जायसवाल, मनोज दूबे, मोहन, शाबिर अहमद के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जिला नगर योजनाकार विभाग भी कर रहा जांच
पुलिस को दी शिकायत में खरीदार आशीष नेगी व अन्य ने बताया कि, उन लोगों ने फर्रुखनगर के सेक्टर-3 में एक-एक प्लॉट बुक कराया था। इन प्लॉट को स्वयासाची इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा डेवलप किया जाना था। आरोपियों ने लोगों को आश्वासन दिया था कि वह एक साल के अंदर प्रोजेक्ट को डेवलप कर उनका घर उन्हें दे देंगे, लेकिन उन्हें घर नहीं मिला। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि, बाद में पता चला कि आरोपियों ने झूठ बोलकर उन लोगों को अवैध कॉलोनी में घर बेचा था। इस मामले में शिकायतकर्ताओं ने जिला नगर योजनाकार विभाग में भी शिकायत दी है। डीटीपी प्रवर्तन अमित मधोलिया ने बताया कि, फर्रुखनगर में अवैध कॉलोनी में प्लॉट बेचने के मामले की जांच वे स्वयं कर रहे हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि वहां पर किसकी अनुमति से कॉलोनी काटी गई और इसमें कितने लोग शामिल हैं। इस मामले में जल्द ही हमारे विभाग की तरफ से भी अवैध कॉलोनी काटने की एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।