- इलेक्ट्रिक बसें चलाने को लेकर खट्टर सरकार ने तैयारियां की तेज
- जीएमसीबीएल की ओर से पहले 50 इलेक्ट्रिक बसों की मांग की गई
- गुरुग्राम में जल्द ही 100 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी
Gurugram Electric Bus: दिल्ली के अलावा उसके पड़ोसी राज्य भी लगातार अपने यहां इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रहे हैं। इसका प्रमुख कारण है प्रदूषण से मुक्ति साथ ही राजस्व भार कम करना। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम में अगले साल तक बड़े स्तर पर इलेक्ट्रिक बसों को चलाने का फैसला किया है। इसके लिए खट्टर सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। बीते कुछ वक्त से जीएमसीबीएल (गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड) की ओर से भी इलेक्ट्रिक बसों की मांग हो रही है।
जीएमसीबीएल की तरफ से पहले 50 इलेक्ट्रिक बसों की मांग की गई थी, लेकिन अब राज्य सरकार ने 100 इलेक्ट्रिक बसें देने का फैसला लिया है। यानी गुरुग्राम में जल्द ही 100 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जीएमसीबीएल के अधिकारियों को ताजा प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा है।
इलेक्ट्रिक बसें हाई पावर परचेज कमेटी खरीदेगी
जीएमसीबीएल इलेक्ट्रिक बसों के लिए सेक्टर-10 में सिटी बस डिपो से अलग एक और डिपो बनाएगा। शुरुआत में इलेक्ट्रिक बसें हरियाणा सरकार की हाई पावर परचेज कमेटी खरीदेगी। उसके बाद जरूरत के मुताबिक सभी जिलों में बसों को बांटा जाएगा। गौरतलब है कि जीएमसीबीएल की इस साल दिसंबर से गुरुग्राम में 100 मिडी सीएनजी बसें चलाने की तैयारी की थी। इन बसों को खरीदने का मकसद उन रूटों पर बस संचालन करना था, जहां लो फ्लोर सिटी बसें नहीं चल सकती हैं।
मिडी सीएनजी बसों की खरीद फिलहाल के लिए रोकी
पिछले दिनों मिडी बस को गुरुग्राम में चलाने और इसको खरीदने के लिए कुछ कंपनियों से बस के मॉडल का डिजाइन मांगा गया था। जीएमडीए की अथॉरिटी बैठक में पिछले महीने मिडी बस खरीदने को लेकर मनोहर लाल खट्टर के सामने प्रस्ताव भी रखा गया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने फिलहाल सीएनजी बसों को खरीदने पर ध्यान देने के बजाय इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू करने की बात कही है। ऐसे में अब मिडी सीएनजी बसों की खरीद को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।