- हनीट्रैप में फंसाकर महिला ने गुरुग्राम बुलाया था युवक को
- युवक को दो दिनों तक बंधक बना आरोपी करते रहे मारपीट
- युवक की अश्लील वीडियो बना की ब्लैकमेल करने की कोशिश
Gurugram News: गुरुग्राम में एक युवक को सोशल मीडिया की मदद से महिला से दोस्ती करना महंगा पड़ गया। युवक की वो दोस्त हनी ट्रैप गिरोह की सदस्य निकली। युवक के साथ करीब एक साल तक सोशल मीडिया के माध्यम से बातचीत के बाद अपने मेलजोल में फंसा कर युवक को मिलने के लिए गुरुग्राम के पटेल नगर स्थित अपने घर बुलाया। जहां पर पहुंचने पर दो युवकों ने उसे बंधक बना पहले जमकर पीटा और फिर उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया।
युवक को बुलाने वाली महिला और उसके दोनों साथियों ने पीड़ित से नौ हजार रुपये, एसयूवी कार तथा डेबिट और क्रेडिट कार्ड छीन लिए। दो दिनों तक कैद में रखकर मारपीट करने के बाद आरोपियों ने उसे अश्लील वीडियो वायरल कर देने की धमकी देकर दो लाख रुपये और लाने को बोला। लेकिन युवक कैद से आजाद होते ही सीधे सिविल लाइन थाना पहुंच गया और इसकी जानकारी पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया, वहीं इसके दोनो साभी भागने में सफल रहे।
महिला ने पीड़ित को बुलाया था खुद को बचाने के लिए
पुलिस के मुताबिक पीड़ित मूल रूप से यूपी के मैनपुरी का रहने वाला है और नोएडा में रहकर जॉब करता है। सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी दोस्ती गुरुग्राम के पटेल नगर में रहने वाली विनीता नामक युवती से हुई। दोनों के बीच करीब एक साल से बातचीत चल रही थी। युवक के पास 16 अगस्त की शाम को विनीता ने फोन कर कहा कि उसकी शादी दिल्ली के गांव डेरा निवासी आशीष से हुई है और वह उसे चार दिन से पीट रहा है, आकर उसे समझा दो। यह सुन पीड़ित युवक अपनी एसयूवी कार से विनीता के गुरुग्राम के पटेल नगर स्थित किराये के घर पर पहुंचा। यहां पर विनीता के अलावा आशीष और उसका दोस्त दिल्ली के डेरा मांडी निवासी ललित भी मौजूद थे। तीनों ने पीड़ित के साथ मारपीट कर उसे बंधक बना लिया।
दो दिनों तक खाने को देते रहे सिर्फ ब्रेड
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसके हाथ-पैर बांध कमरे में बंद कर दिया गया था। रात में उसके कपड़े उतार आपत्तिजनक वीडियो बनाया गया और खाने में सिर्फ ब्रेड दी जाती थी। इस दौरान आरोपितों ने मारपीट कर जबरन उसकी गाड़ी भी अपने नाम करा ली। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया आरोपियों ने जब पीड़ित को पैसे लाने के लिए घर भेजा तो वह थाने पहुंच गया और पूरी बात बताई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने विनीता, आशीष तथा ललित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर विनीता को गिरफ्तार कर लिया, वहीं अन्य आरोपित फरार हैं।