- गरीब लोगों को एक लाख रुपये में आवंटित होनी थी दुकानें
- ठेकेदार ने लाखों रुपये लेकर दूसरे लोगों को दे दी ये जगह
- इस ठगी में पूर्व जवानों ने अपने ही साथियों को बनाया शिकार
Gurugram News: गुरुग्राम में केंद्र सरकार की स्ट्रीट फूड वेंडर कार्ट योजना में बड़े घोटाले व ठगी का पर्दाफाश हुआ है। शहर के विभिन्न सेक्टर्स में इस योजना के तहत दुकान दिलाने के नाम पर 300 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की गई है। यह ठगी गुरुग्राम नगर निगम के उस ठेकेदार ने ही की, जिसे इस योजना के तय मापदंड के अनुरूप गरीबों को दुकान आवंटित करने का ठेका मिला था। योजना के तहत गरीबों को एक-एक लाख रुपए में दुकान आवंटित करनी थी। आरोप है कि ठेकेदार ने इन दुकानों को लाखों रुपए लेकर ऐसे लोगों को दे दी, जो इसके लिए पात्र ही नहीं थे।
इस ठगी के शिकार हुए लोगों के साथ नगर निगम ने भी इस मामले में ठेकेदार पर मामला दर्ज कराया है। बता दें कि वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा गुरुग्राम में स्ट्रीट फूड वेंडर कार्ट योजना चलाई गई थी। जिसमें गरीब लोगों को एक लाख में दुकान दी जानी थी। आरोप है कि ठेकेदार ने अपने गुर्गों की मदद से ज्यादातर दुकानें ऐसे लोगों को तीन से चार लाख रुपए में आवंटित कर दीं जो इसके लिए पात्र ही नहीं थे।
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इतना ही नहीं आरोपितों ने दिल्ली के बदरपुर इलाके में रहने वाले बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों से दुकान देने के नाम पर ठगी की। इन लोगों से आरोपियों ने दुकान दिलाने के एवज में चार से सात लाख रुपए वसूले और दुकानें भी नहीं दीं। इस घोटाले व ठगी के शिकार बने अर्धसैनिक बलों ने गुरुग्राम के सेक्टर-14 थाना में मामला दर्ज कराया है। गुरुग्राम सेक्टर-14 के एसीपी को लिखित शिकायत में कहा है कि करीब आधा दर्जन आरोपियों ने मिलकर स्ट्रीट फूड वेंडर कार्ट योजना के तहत गुरुग्राम में दुकान दिलाने के नाम पर सभी से पांच से सात लाख रुपए की ठगी की है। इन आरोपियों में शामिल एक शख्स अभी भी सीआईएसएफ का जवान है, वहीं एक अन्य वीआरएस लेकर ठेकेदारी कर रहा है। पीड़ितों ने बताया कि, इन आरोपियों ने अपने ही विभाग में ड्यूटी करने वाले सहकर्मियों व उनके परिवार वालों को अपनी बातों में फंसाकर झूठे प्रलोभन देकर धोखाधड़ी की है। इस मामले की जांच कर रही सेक्टर 14 पुलिस ने बताया कि यह ठगी के साथ घोटाले का भी मामला है। इसकी व्यापक स्तर पर जांच की जा रही है। जल्द ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।