- करोबारी को इससे पहले 30 अप्रैल को मिली थी धमकी
- बेटे का अपहरण करने की धमकी देकर मांगे थे 5 करोड़
- अब फिर से मैसेज भेजकर जान से हाथ धोने या पैसे देने को कहा
Gurugram News: गुरुग्राम में एक कारोबारी के बच्चे के अपहरण की धमकी देकर 5 करोड़ रुपये रंगदारी मांगने के मामले में एक बड़ा मोड़ आया है। इस मामले में पहले से ही गिरफ्तार 4 शूटरों की जमानत पर कोर्ट में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने जज के सामने कुछ ऐसे सबुत पेश किए, जिसे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एडिशनल सेशन जज डी.एन. भारद्वाज की कोर्ट में आरोपियों की जमानत पर चल रही सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने बताया कि, इस मामले में पुलिस द्वारा चार शूटरों को गिरफ्तार किए जाने के बाद भी उसके क्लाइंट को धमकी भरे फोन आने बंद नहीं हुए हैं।
अभियोजन पक्ष ने बताया कि, दो दिन पहले ही कारोबारी को व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर धमकी दी गई कि, तूझे पैसे देने ही पड़ेंगे, हमारे पास न तो शूटर्स की कमी है और न ही हथियारों की। अगर अपनी जान बचाना चाहता है तो कोर्ट-पुलिस के चक्कर छोड़ शराफत से पैसे दे दे, नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। अभियोजन पक्ष ने इस धमकी के सबूत भी कोर्ट को सौंपे। जिसके बाद कोर्ट ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर कारोबारी को पुलिस सुरक्षा देने का निर्देश दिया।
30 अप्रैल को दर्ज हुई थी एफआईआर
बता दें कि, इस मामले में सेक्टर-5 थाने में 30 अप्रैल 2022 को एफआईआर दर्ज हुई थी। शहर के एक बड़े प्रॉपर्टी डीलर व टायर व्यापारी को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर धमकी दी गई थी कि- छठी क्लास में तेरा बेटा पढ़ता है, बाकी क्या बताऊं तेरे को, खुद संपर्क कर लियो, दो दिन को टाइम है। लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड, काला जठेडी ग्रुप। साथ ही कहा गया था कि, जहां जाना है चले जाओ, लेकिन तुझे 5 करोड़ रुपये देने होंगे। इस मामले में जांच करते हुए पुलिस ने 5 मई को खेड़ा खुर्मपुर गांव निवासी रजत और शिकोहपुर गांव निवासी सागर को अरेस्ट किया। पुलिस का दावा है कि, आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया था कि वे कुख्यात गैंग लॉरेंस बिश्नोई, काला जठेड़ी व गोल्डी बराड के शूटर हैं। गैंग के निर्देश पर ही उन्होंने रंगदारी मांगी थी। अब एक बार फिर से इसी तरह की धमकी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।