- नगर निगम में हस्तांतरण के बाद आरडी सिटी में पानी सप्लाई बंद
- बिल्डर ने पानी सप्लाई करने से किया मना, नगर निगम असमर्थ
- लोग निजी टैंकर मंगाकर कर रहे अपने पानी की जरूरतों को पूरा
Gurugram Water Crises: गुरुग्राम नगर निगम और बिल्डर के बीच चल रहे खींचतान ने आरडी सिटी के 15 हजार लोगों को मुश्किल में डाल दिया है। यहां के लोगों को पिछले चार दिनों से पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। यहां के लोगों का आरोप है कि 15 जून को आरडी सिटी को निगम में हस्तांतरण किया गया, जिसके बाद से बिल्डर ने यहां पर पानी सप्लाई करना बंद कर दिया। वहीं निगम अभी तक यहां पर पानी सप्लाई पहुंचा नहीं पाया। जिस वजह से लोग निजी टैंकरों से पानी खरीदने को मजबूर हो गए हैं।
आरडी सिटी में करीब 2600 परिवार रहते हैं, ये सभी अभी निजी टैंकरों के सहारे अपनी पानी की जरूरत पूरा कर रहे है। लोगों ने बताया कि 15 जून को सोसाइटी नगर निगम में हस्तांतरण होने के बाद यहां का बिल्डर मोटर नहीं चलाता है। इससे लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। इस सिटी में 10 लाख लीटर की क्षमता के दो ओवर हेड टैंक हैं। इसी प्रकार 15 लाख लीटर की क्षमता के दो अंडरग्राउंड टैंक भी लगे हैं। मोटर चलने के बाद पहले अंडरग्राउंड टैंक में पानी जमा होता है फिर उसे ओवरहेड टैंक में लिफ्ट किया जाता है। तब वह लोगों के घरों में सप्लाई होता है। लेकिन हस्तांतरण के बाद बिल्डर ने नगर निगम को लिखित में दिया कि वह अब पानी सप्लाई नहीं करेगा।
निगम ने बिल्डर को सौंपी 15 दिन के लिए जिम्मेदारी
वहीं हस्तांतरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद नगर निगम ने सप्लाई की जिम्मेदारी खुद संभालने के बजाए इसे बिल्डर को दे दिया। निगम ने कहा कि आगामी 15 दिनों तक बिल्डर सोसाइटी के लोगों को नियमित सप्लाई करता रहेगा। इसके बाद नगर निगम सप्लाई की जिम्मेदारी संभालेगा, लेकिन इसके बाद भी बिल्डर ने जिम्मेदारी संभालने से इंकार कर दिया। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष प्रवरण यादव ने कहा कि चार दिनों से बिल्डर मोटर नहीं चला रहा है, जिससे पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों को निजी टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा है। नगर निगम ने इस माले में उचित कदम उठाने के बजाय मामला बिल्डर के हाथों में दे दिया, जो लोगों के लिए परेशानी बन गई है। वहीं नगर निगम के मुख्य अभियंता टीएल शर्मा ने कहा कि आरडी सिटी की पानी व्यवस्था में जल्द ही सुधार कर लिया जाएगा। वहां पर निगमकर्मियों को लगातार पानी की आपूर्ति नियमित की जाएगी। अभी वहां पर क्या स्थिति है। इसके बारे में जानकारी लेकर व्यवस्था संभाल ली जाएगी।