- कैफीन लेने पर ब्राउन हो सकती है आपकी जीभ।
- जीभ के बदलते रंग करते हैं बीमारियों की ओर इशारा।
- ब्रश करते वक्त जीभ को साफ करना भी है बेहद जरूरी।
आपकी जीभ का रंग आपके हेल्थ के बारे में बहुत कुछ बताता है। यहां तक कि जीभ के रंग में थोड़ा-सा भी बदलाव भी बहुत कुछ कहता है। आपकी जीभ के रंग के लिए बहुत से कारक जिम्मेदार हैं। यहां हम आपको ऐसे ही फैक्ट्स के बारे में बता रहे हैं कि जीभ का कैसा रंग आपको लिए चिंता का विषय है।
1- अगर आपकी जीभ का रंग हल्का गुलाबी है और उस पर दाग धब्बे नहीं हैं तो यह स्वस्थ जीभ की निशानी है। ऐसी जीभ नम होती है।
2- दवाओं का साइड इफेक्ट होता है तो जीभ बैंगनी या नीले रंग की हो जाती है। अगर जीभ का रंग ऐसा है तो यह बिटामिन बी 2 की कमी, शरीर में दर्द और सूजन का संकेत है। इसके अलावा यह नर्वस सिस्टम में गड़बड़ी का भी संकेत करता है।
3- चमकते लाल रंग वाली जीभ का मतलब बुखार, अंदरूनी चोट या संक्रमण हो सकता है। बिटामिन बी और आयरन की कमी का भी संकेत है।
4- जीभ पर पीले रंग की परत सर्दी, वायरल इंफेक्शन, आंतों की समस्या और अपच का संकेत देती है। बिटामिन बी 12 की कमी भी हो सकती है।
5- जीभ में छोटे-छोटे दरार जैसे निशान दिखाई दें तो समझ लें कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हुई है। आप अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
6- अगर आपकी जीभ पर सफेद रंग की मोटी परत है तो यह खराब पाचन और एसिडिटी का संकेत है। यह वायरल इंफेक्शन का भी इशारा हो सकता है।
7- अगर आपकी जीभ का रंग हल्का पीला है तो संभल जाएं क्योंकि यह खून की कमी, आंतों की सूजन, पीलिया, कमजोरी, थकान या नींद की कमी हो सकती है।
8- महिलाओं में जब मासिक धर्म की शुरुआत होती है तो जीभ का अगला हिस्सा लाल हो जाता है। इसके अलावा यह शरीर में कमजोरी और मानसिक परेशानी का लक्षण है।
9- जीभ के दोनों किनारे अधिक लाल हो गए हैं तो आपको आंतों की समस्या हो सकती है।
10- वयस्कों से ज्यादा बच्चों में बड़ी जीभ की समस्या पायी जाती है जो थायराइड की समस्या का संकेत है।
कुछ दवाएं भी आपकी जीभ का रंग कुछ समय के लिए बदल देती हैं लेकिन ये काफी कम समय के लिए होता है। जब भी आप ब्रश करते हैं और जीभ साफ करते हैं उस समय अपनी जीभ का रंग जरूर देखें।