- बार-बार बुखार हो सकता है बीमारियों का संकेत
- इस स्थिति से बचने के लिए करें गिलोय का सेवन
- वैक्सीनेशन भी हो सकता है बार-बार बुखार का कारण
Periodic Fever: बुखार होना वैसे तो एक सामान्य समस्या होती है, लेकिन यदि आपको बार-बार बुखार आ रहा है, तो ये एक चिंता का विषय हो सकता है। जी हां, बार-बार बुखार का होना कई गंभीर बीमारियों का संकेत देता है। नॉर्मल बॉडी टेम्परेचर 98.6 डिग्री फारेनहाइट होती है, इससे ऊपर अगर आपके शरीर का तापमान है, तो समझें कि आपको बुखार है। बार-बार बुखार होने को एपिसोडिक फीवर कहा जाता है यानी कि ऐसा फीवर, जो आता-जाता रहता है। इस तरह से बुखार आने-जाने के कारण हो सकते हैं और कई बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं-
क्यों आता है बार-बार बुखार
बैकटीरियल इंफेक्शन या फिर वायरल होने की वजह से बार-बार बुखार होता है। वहीं, पीरियोडिक फीवर यानी कि जो कुछ समय के बाद होता रहता है, वह सिंड्रोम के कारण ऐसा हो सकता है। यह सिंड्रोम कभी-कभी जेनेटिक डिफेक्ट की वजह से होते हैं।
बार बार बुखार आने की मेडिकल स्थिति
- वैक्सीनेशन
- फैमिलियल मेडिटेरियन फीवर।
- टयूमर नैक्रोसिस फैक्टर रिसेप्टर एसोसिएटेड पीरियोडिक फीवर सिंड्रोम।
- हाइपर इम्यूनो ग्लोबुलिन डी।
- न्यू नेटल ऑन सेट मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेटरी डिजीज
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कैसे करें इलाज
बार-बार बुखार होने भले ही आपको परेशान कर सकता है, लेकिन इसका इलाज सामान्य बुखार की तरह ही किया जाता है। बुखार से निपटने के लिए आप ढेर सारा पानी पिएं, ये फायदेमंद हो सकता है। इसके साथ ही गिलोय का सेवन भी बुखार को दूर करने में बहुत फायदेमंद माना जाता है।
दरअसल, गिलोय इम्यूनिटी बढ़ाता है और बुखार उन्हीं लोगों को ज्यादा होता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। हालांकि, अगर आपका बुखारा नियमित रूप से बना हुआ है, तो फिर आपको डॉक्टर की सलाह की आवश्यकता है।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)