- भारतीय मसाले भारतीय खान पान और यहां के परंपरा की पहचान है
- ये केवल खान-पान में ही नहीं स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं
- इनमें हमारी सेहत का खजाना छुपा होता है जिन्हें हमें बस जानने की जरूरत होती है
भारतीय मसाले भारतीय खान पान और यहां के परंपरा की पहचान है। सदियों पुराने समय से भारत में खान पान में तरह-तरह के मसालों का उपयोग किया जाता रहा है जो खाने में स्वाद, फ्लेवर, रंग जोड़ते हैं। यहां अलग-अलग डिश के लिए अलग-अलग मसाले होते हैं जो भारतीय खान-पान को समृद्ध बनाते हैं। केवल खान-पान में ही नहीं भारतीय मसालों की खास बात ये है कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं, इनमें हमारी सेहत का खजाना छुपा होता है जिन्हें हमें बस जानने की जरूरत होती है।
हर मसालों का रंग और गुण अलग-अलग होता है जो अलग-अलग बीमारियों के इलाज में बेहद मददगार साबित होता है। आज जानते हैं ऐसे ही कुछ 15 मसालों के बारे में जो आपके किचन में मौजूद हैं और जिनमें छुपा है आपके सेहत का खजाना-
हल्दी
हल्दी में कई गुण पाए जाते हैं। इससे ना सिर्फ खाने का रंग व स्वाद बेहतर होता है बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यह दिल की बीमारी के इलाज में मददगार होता है साथ ही कैंसर और अल्जाइमर में भी सहायक होता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट का गुण भी पाया जाता है जो जोड़ों की बीमारी व मानसिक बीमारियों में मददगार साबित होता है।
सौंफ
भारत में आमतौर पर इसे माइथफ्रेशनर की तरह इस्तेमाल किया जाता है। रेस्तरां में भी इसे खाना खाने के बाद कस्टमर को माउथ फ्रेशनर की तरह सर्व किया जाता है। इसमें दिल की बीमारी में भी राहत दिलाने का गुण होता है। यह शरीर में कॉलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है साथ ही न्यूरोलॉजिकल बीमारियों को भी पनपने से रोकता है।
चक्र फूल
स्टार के आकार का एक मसाला होता है जिसे चक्र फूल कहते हैं। यह खाने में बेहतरीन फ्लेवर को एड करता है। यह कफ में, फ्लू में, डायजेशन की बीमारी में और माहवारी के दौरान होने वाली समस्याओं से राहत दिलाता है।
कलौंजी
यह काले रंग का बीज होता है। यह बालों और स्किन के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
काली मिर्च
काली मिर्च खाने में एक अलग ही प्रकार का स्वाद जोड़ता है। यह भारत ही नहीं दुनायभर में प्रसिद्ध है। यह गैस की बीमारी में और शरीर के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में मदद करता है। इसे एंटी कैंसर स्पाइस के नाम से भी जाता है।
अजवाइन
स्वाद में हल्का कड़वा अजवाइन पेट की हर तरह की बीमारियों से राहत दिलाता है। भारतीय घरों में इसे घरेलू नुस्खों के रुप में आजमाया जाता है। पाचन संबंधी समस्याओं से आसानी से राहत दिलाता है। कफ के साथ-साथ किडनी के स्टोन्स से भी राहत दिलाता है।
सरसों के दाने
सरसों के दानों से सरसों का पाउडर बनाया जाता है जो कई प्रकार की डिशेस में डाला जाता है। वहीं सरसों के दानों का इस्तेमाल तड़का लगाने में किया जाता है जो किसी भी डिश को बेहद स्वादिष्ट बनाता है। इसमें विटामिन बी पाया जाता है जो जोड़ों के दर्द में राहत दिलाता है। दिल की बीमारी के साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन में भी सरसों का पाउड राहत दिलाता है।
जीरा
जीरा कई प्रकार की बीमारियों का इलाज है। यह अस्थमा, एनीमिया, डाइजेशन के साथ-साथ वेट लॉस में भी काफी मदद करता है।
इलायची
इलायची अपने फ्लेवर और सुगंध के लिए जाना जाता है। यह ब्लोटिंग, दिल में जलन की बीमारी में राहत देता है। इसमें एंटी-कैंसर के गुण भी पाए जाते हैं।
तेज पत्ता
तेज पत्ता में एंटी डायबिटीक और एंटी एजिंग के गुण पाए जाते हैं। यह बॉडी को अच्छे से डिटॉक्स करने के लिए जाना जाता है साथ ही शरीर का इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
हींग
इससे खाने में अलग-तरह का फ्लेवर आता है। यह कफ, पाचन समस्या और फेफड़ों की बीमारी से राहत दिलाता है। महिलाओं में अत्यधिक माहवारी से होने वाले दर्द में भी ये राहत दिलाता है।
डालचीनी
डालचीनी ऐसा मसाला है जो हर भारतीय किचन में पाया जाता है। यह बॉडी में ग्लूकोज लेवल और कॉलेस्ट्रॉल लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। मसूड़ों की बीमारी में भी ये राहत दिलाता है।
लौंग
लौंग में कई प्रकार के गुण पाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल का गुण पेट की बीमारियों, दांत के दर्द और इनसोमनिया से राहत दिलाता है।
धनिया
धनिया के दानों से धनिया का पाउडर बनाया जाता है कि खास तौर पर सब्जियों में एक अलग तरह का स्वाद जोड़ता है। इसके इस्तेमाल से लीवर की समस्या, आंत की समस्या औक पाचन की समस्या में राहत मिलती है।
मेथी
यह भारत के लगभग हर किचन में पाया जाता है। यह ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार होता है। कॉलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है। इसके सेवन से प्रेग्नेंट महिलाओं के स्तन में दूध का निर्माण भी होता है।