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डिनर में इन चीजों को खाना नींद और हेल्थ कर देगा खराब, 8 फूड्स को कर दें ब्लैकलिस्ट

Updated Sep 19, 2019 | 08:26 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

क्या रात में आपकी नींद बार-बार उचटती है? या अचानक से एसिडिटी या गैस के कारण सिर में दर्द या बेचैनी फील होती है? तो इसके पीछे आपका डिनर हो सकता है। डिनर में आठ चीजें ऐसी हैं जिन्हें बिलकुल न खाएं।

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तस्वीर साभार:&nbspGetty Images
Worst Foods For Sleep
मुख्य बातें
  • डिनर हल्का करने की आदत डालें
  • गरिष्ठ और गैस पैदा करने वाले फूड न खाएं
  • डिनर में रेड मीट, अल्कोहल लेने से बचें

नींद एक दवा होती है स्वस्थ शरीर के लिए, लेकिन यदि इस नींद में खलल पड़े या नींद न आए तो यह कई बीमारियों का कारण भी बन जाती है। इसलिए रात में कम से कम आठ घंटे की बेहतर नींद का होना बहुत जरूरी है। कई बार हमें पता भी नहीं होता कि नींद में खलल का कारण डिनर होता है। रात में कुछ ऐसे फूड्स होते हैं जिन्हें लेने से केवल हेल्थ ही नहीं बल्कि नींद भी चौपट होने लगती है। बेहतर नींद के लिए ये जरूरी है कि अपने रात के खाने पर विषेश ध्यान दिया जाएं।

कुछ फूड्स डिनर पर लेने पर शरीर में ज्यादा नकारात्मक असर दिखाते हैं जबकि यदि इन्हें लंच या ब्रेकफास्ट में लिया जाए तो ये सुस्ती का कारण बन जाते हैं। वहीं कुछ फूड्स या वेजिटेबल को रात में लेने से गैस और एसिडिटी ज्यादा बनती है। इसलिए कम से कम आठ ऐसे फूड यहां आपको बता रहे हैं जिन्हें आप डिनर कि लिस्ट से निकाल कर ब्लैकलिस्ट में डाल दें।

नींद में खलल से बचना है तो डिनर से आउट कर दें, ये आठ फूड्स

चिप्स और नमकीन
रात में खाने के बाद अगर आपकी आदत चिप्स या नमकीन के साथ चाय पीने की है तो इस आदत को आज ही बदल डालें क्योंकि आपके नींद और हेल्थ के लिए इससे बुरी चीज कुछ और नहीं हो सकती है। इन स्नैक्स में बहुत ही अधिक मोनोसोडियम ग्लूटामेट होता है, जो आपको नींद के पैटर्न को धीमे जहर की तरह बिगाड़ता है। साथ ही हाई बीपी, डायबिटीज और वजन बढ़ने के लिए भी ये जिम्मेदार होता है।

अल्कोहल
रात को सोने से ठीक पहले अगर आप ये सोच कर अल्कोहल लेते हैं कि उनकी दिनभर की थकान उतर जाएगी और बेहतर नींद आएगी तो अपनी सोच को बदल लें,क्योंकि ऐसा कर के वह अपनी नींद ही नहीं हेल्थ को भी चौपट कर रहे हैं। इसमें कैलोरी भी बहुत अधिक होती है जो वेट गेन और डायबिटीज को बढ़ावा देता है।

पिज्जा
पिज्जा तो वैसे किसी भी वक्त खाना बेहतर नहीं लेकिन रात में खाना इसे आपके लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। मैदे और कई तरह की सॉस और चीज से मिलकर बना ये पिज्जा हार्टबर्न का कारण होते हैं। वेट और डायबिटीज के साथ हाईबीपी का कारण बन सकता है आपका ये डिनर।

बर्गर
बर्गर में अगर आप खूब सैलेड डाल कर यह सोच कर खा रहे कि ये अब हेल्दी बन जाएगा तो ऐसा नहीं है। बर्गर में मौजूद फैटी फीलिंग्स और सॉस स्वाद में तो लाजवाब हो सकते हैं, लेकिन सेहत के लिए नहीं। ये पेट में एसिड के लेवल को बढ़ा देता हैख् इससे हार्टबर्न की समस्या होती है और रात में खा कर सोते ही यह समस्या तेजी से बढ़ती है जो नींद में खलल का कारण होती है।

पास्ता
कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट से भरा पास्ता आपके पेट को भरा महसूस तो करा देगा लेकिन आपकी नींद और सेहत की बैंड बजा देगा। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट, हानिकारक वसा में बदल जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल, बीपी और ह्रदय रोग का कारण बनता है। इसका ग्लासिमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होता है इसलिए ये डायबिटीज का कारण भी हो सकता है। रात में खाने से एसिड फॉर्मेशन बढ़ता है जिससे एसिडिटी और गैस की दिक्कत होती है।

पत्तेदार सब्जियां
वैसे हरी सब्जियां जेसे ब्रोकली या पत्तागोभी खाना सेहत के लिए अच्छा है लेकिन रात के डिनर में इन्हें लेने से बचें क्योंकि ये गैस पैदा करने का कारण होती हैं। इनमें अघुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो लंबे समय तक आपका पेट को भरा रखती है और धीरे-धीरे पचता है। इसे खा कर सोने से ये प्रक्रिया और धीमी होती है इससे ये गैस या पाचन संबंधी अन्य समस्याएं पैदा करने लगती हैं। प्याज, ब्रोकोली, पत्तागोभी, फूल गोभी, खड़े अनाज आदि इनहें डिनर में खाएं।

रेड मीट
रेड मीट प्रोटीन और आयरन से भरा जरूर होता है, लेकिन ये आपके डिनर के लिए बेहतर विकल्प नहीं है। इसे खाने के बाद सोने से आपको बेचैनी हो सकती है और आपकी नींद खराब।

डॉर्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में बहुत अधिक कैफीन और उत्तेजक पदार्थ होते हैं, जो हृदय को आराम देने के बजाए कार्यशील रखते हैं तथा मस्तिष्क को एक्टिव। ये दिन में लेना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन रात में बेहतर नींद के लिए यह सही नहीं।

तो याद रखिए इन फूड्स में से कुछ को तो खाने से हमेशा बचें लेकिन कुछ को रात में खाने से बचना चाहिए। ताकि एक बेहतर नींद और बेहतर स्वास्थ्य को पाया जा सके।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।