- बेसन हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है
- प्रोटीन का बेहतर सोर्स होती हैं बेसन की रोटियां
- मासपेशियों की सूजन को कम करने में बेसन कारगर
यदि आप डायबिटीज रोगी हैं तो आपके लिए खानपान को लेकर विशेष सर्तकता बरतना जरूरी होता है। डायबिटीज में भूख भी खूब लगती है ऐसे में आपकी डाइट ऐसी होने चाहिए तो आपके पेट को लंबे समय तक भरा रखे। इसके लिए बेसन की रोटी से बेहतर कोई और विकल्प नहीं हो सकता। यही नहीं जिन्हें ब्लड प्रेशर, शारीरिक कमजोरी हो या वेट लॉस करना चाहते हैं उनके लिए बेसन की रोटिया बेहतर डाइट ऑप्शन होती हैं।
क्योंकि बेसन में प्रोटीन अधिक होता है इसलिए ये लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है। यही कारण है कि ये वेट लॉस के साथ डायबिटीज में फायदेमंद साबित होता है। इतना ही नहीं जिन्हें मसल्स बनाने का शौक है उन्हें भी बेसन की रोटियां जरूर खानी चाहिए। ये ग्लूकोज लेवल को संतुलित रखता है। तो आइए जानें की बेसन की रोटी खाने के और क्या फायदे हैं।
जानें, बेसन की रोटी खाने के बेशुमार फायदे
- ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण बेसन की रोटी खाने के बाद बहुत देर से ब्लड में पहुंचती है और शुगर का स्तर बढ़ने नहीं पाता। इसलिए वेट कम करने वालों और डायबिटीज रोगियों के लिए बेसन बहुत फायदेमंद है।
- सेलेनियम, पोटेशियम, विटामिन ए आकर बी से भरा बेसन मासपेशियों को मजबूत बनाने में कारग है। प्रोटीन युक्त बेसन मासपेशियों की कमजोरी को भी दूर करता है।
- हड्डियों के लिए भी बेसन बहुत फायदेमंद होता है। जिन्हें आस्टियोपोरेसिस हो या हड्डियों की कमजोरी हो उन्हें बेसन की रोटी रोज खानी चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉसफोसर भी भरपूर होता है जो हड्डियों के लिए जरूरी है।
- प्रोटीन टिशूज में होने वाली टूटफूट रिपेयर करने काक काम करता है और यही कारण है कि अगर आपके शरीर में कमजोरी हो तो आप इसे जरूर डाइट में शामिल करें।
- बेसन में एक ऐसा तत्व होता है जो दिमाग में मौजूद फोलेट ब्रेन सेल्स को एक्टिवेट करने में कारगर है। इससे दिमाग एक्टिवेट होता है।
- यदि आपको अनिद्रा की समस्या हो या आपका दिमाग अशांत रहता हो अथवा तनाव रहता हो तो आप बेसन और इससे बनी रोटी को रोज खाएं। क्योंकि इसमें मौजूद अमीनो एसिड, ट्रिप्टोफैन और सेरोटोनिन और ट्रिप्टोफैन इन सारी समस्याओं को सही करने का काम करता है।
- प्रेग्नेंसी में भी बेसन की रोटियां इससे बने खाद्य पदार्थ खाना मां और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें फोलेट और आयरन बहुत होता है जो शिशु को जन्मजात बीमार से बचाने में कारगर होता है। 8.बेसन में मौजूद सैपोनिन्स और फाइटोकेमिल होता है और ये दोनों ही तत्व कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में कारगर है।
- पीरियड्स में होने वाली दिक्कतों में भी बेसन बहुत फायदेमंद होता है। आयरन होने के कारण हैवी ब्लीडिंग जैसी दिक्कत भी नहीं होती।
गेहूं के आटे में ग्लेटेन होता है और ये कई समस्याओं को पैदा करता है, इसलिए बेसन की रोटियों को प्राथमिकता दें।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।