- अश्वगंधा एक आर्युवेदिक औषधि है।
- अश्वगंधा के फायदे।
- कैसे करें अश्वगंधा का सेवन।
अश्वगंधा एक आर्युवेदिक औषधि है, जो कई लाइलाज बीमारियों को ठीक करने की क्षमता रखती है। कई बीमारियों में दवा के रूप में अश्वगंधा का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि अश्वगंधा से बनै कैप्सूल, चूर्ण आदि आसानी से मार्केट में उपलब्ध है, इसे दवा के रूप में लोग सेवन करते हैं। कई रोगों के लिए यह रामबाण की तरह है। शोध के मुताबिक इस औषधि में एंटी-ऑक्सिडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल जैसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाने में मदद करती है। इसके सेवन से ब्लड शुगर को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
अश्वगंधा के फायदे
तनाव होता है दूर- अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है, जो एडाप्टोजेन के लाभ के साथ-साथ शरीरिक तनाव को भी दूर करता है। हालांकि अश्वगंधा शरीर में कोर्टिसोल(स्ट्रेस हार्मोन) को कम करने में मदद करता है। इसलिए इसे तनाव दूर करने का एक प्रभावी उपचार माना जाता है।
एंग्जाइटी और डिप्रेशन होता है कम- अश्वगंधा एंग्जाइटी और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करता है। युवा रोजाना इसके सेवन करें जो गंभीर डिप्रेशन को भी कम कर सकते हैं। क्योंकि यह केंद्रीय तंत्रिका को शांत करने में भी मदद करता है।
ब्लड शुगर लेवल को करता है कंट्रोल- इस जड़ी बूटी में ब्लड शुगर लेवल को कम करने की क्षमता है। यह तेजी से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
कैंसर के खतरे को करता है कम- अश्वगंधा कैंसर की रोकथाम में भी मदद करता है। कई रिसर्च में दावा किया जा चुका है कि अश्वगंधा कैंसर सेल्स की ग्रोथ और प्रॉडक्शन पर लगाम लगाता है। इसके सेवन से नए कैंसर की कोशिकाएं देर से विकसित होती हैं।
हाइपरटेंशन की समस्या होगी दूर- अश्वगंधा हाइपरटेंशन की समस्या से भी लड़ने में मदद करता है। इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत पा सकते हैं। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, वह इस औषधि का सेवन कर सकते हैं।इम्यून सिस्टम को करता है मजबूत- अश्वगंधा में मौजूद ऑक्सीडेंट आपके इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। शरीर को सर्द-गर्म से बचाने से लेकर कई बीमारियों से लड़ने के लिए भी शक्ति प्रदान करता है। इसके साथ ही यह रेड ब्लड सेल्स और वाइट ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है।
कैसे करें अश्वगंधा का सेवन
- अश्वगंधा के जड़ या फिर पत्तियों का पाउडर बनाकर सेवन कर सकते हैं। इसके साथ ही इन्हें पानी में उबालकर भी सेवन किया जा सकता है। अश्वगंधा का सेवन सिमित मात्रा में ही करना चाहिए। पानी में उबालकर पीने के अलावा आप इसे दूध में मिलाकर काढ़ा बानकर पी सकते हैं।
- अश्वगंधा की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। इसके लिए दो चम्मच अश्वगंधा की जड़ लें और उसे तीन कप उबलते हुए पानी में डालें। 15 से 20 मिनट तक उबालने के बाद आप इसे एक ग्लास में छान लें और रोजाना एक चौथाई कप इसका सेवन करें।
- अश्वगंधा के कैप्सूल भी मार्केट में आसानी से उपलब्ध हैं। इनमें अश्वगंधा एक्सट्रेक्ट की स्टैण्डर्ड मात्रा का इस्तेमाल होता है और इनकी गुणवत्ता काफी अच्छी होती है। लेकिन इन कैप्सूल का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। बता दें कि अश्वगंधा के फायदे के लिए सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
- अश्वगंधा को आप घी के साथ भी सेवन कर सकते हैं। इसके लिए आधा कप घी में दो चम्मच अश्वगंधा की जड़े डालकर भुनें अब इसमें एक चम्मच डेट शुगर मिलाएं। इसे तैयार करने के बाद फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें। अब इस मिश्रण को दूध में मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा अश्वगंधा को कई अलग-अलग रेसिपी भी बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इस दौरान सही मात्रा का ध्यान जरूर रखें।
अश्वगंधा के साइड इफेक्ट्स
सीमित मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करें तो साइड इफेक्ट नहीं होता है। कई लोग जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करते हैं, जिसका प्रभाव शरीर पर देखने को मिलता है। जरूरत से ज्यादा सेवन करने से उल्टी, डायरिया, पेट खराब होने का खतरा रहता है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में इस जड़ी बूटी के साइड इफेक्ट अलग-अलग देखने को मिलते हैं। इसलिए अश्वगंधा का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं अश्वगंधा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के न करें।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)