- बच्चों को दही खिलाते वक्त खास सावधानी बरतें।
- बच्चों के डायट में दही शामिल करने के फायदे।
- शिशु के लिए सादा दही होता है बेहतर।
शिशु के आहार को लेकर माता-पिता काफी परेशान रहते हैं। उन्हें क्या खिलाना सही है और क्या नहीं इसे लेकर हमेशा दुविधा में रहते हैं। बता दें कि शिशु को 6 महीने तक डॉक्टर आहार में सिर्फ दूध पिलाने की सलाह देते हैं, क्योंकि दूध में जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। वहीं अगर आप बच्चों के आहार में दही शामिल करना चाहते हैं तो पहले यह जान लें कि किस उम्र में दही खिलाना सही है। दही में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन जैसे तत्व पाए जाते हैं और यह उनकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
वहीं बच्चों को 6 महीने के बाद ठोस आहार दे सकते हैं, ऐसे में इस दौरान उन्हें दही भी खिला सकते हैं। आप ठोस आहार के साथ दही खिला सकते हैं, इससे पाचन तन्त्र मजबूत होगा। वहीं बच्चों को दही खिलाते वक्त समय का भी खास ध्यान दें, क्योंकि शाम या फिर रात में दही खिलाने से सर्दी-गर्मी होने की संभावना होती है। जिससे उन्हें जुकाम या फिर बुखार जैसी समस्या हो सकती है।
बच्चों के डायट में दही शामिल करने के फायदे
- बच्चों को डायट में दही को शामिल करने से इम्यूनिटी मजबूत होता है। रोजाना इसे खिलाने से बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं।
- दही खिलाने से बच्चों को बेहतर नींद आने में मदद मिलती है।
- बच्चों को दस्त होने पर दही खिलाएं। यह दस्त को होने से रोकता है।
- दही विटामिन, ए, सी, डी जैसे कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो शिशु के विकास लाभकारी होते हैं।
- बच्चों में पीलिया और हेपटाइटस जैसी समस्या अक्सर होती है। ऐसे में उन्हें दही खिलाने इस तरह की बीमारी के जोखिम को कम कर सकते हैं।
- इसके अलावा दही खिलाने से बच्चों को अन्य बीमारियों से भी बचा सकते हैं।
- बच्चों को गैस और कब्ज जैसी समस्या को दूर करने के लिए दही खिलाना फायदेमंद है।
शिशु के लिए क्या है बेहतर
मार्केट में कई तरह की फ्लेवर्ड दही मौजूद है, लेकिन बच्चों को इसे देने से परहेज करें। स्वीटंड दही बच्चों के विकास के लिए सही नहीं होता है। इसलिए बच्चों को घर में जमाए हुए दही खिलाएं, यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है और उन्हें पसंद भी आएगा। मार्केट की स्वीटंड दही खाने से उनके दांत या फिर वजन बढ़ने जैसी समस्या हो सकती हैं। ऐसे में उनके स्वास्थ्य के लिए अधिक बेहतर है सादा दही।