- एंटी एजिंग का काम करती है आयुर्वेदिक कॉफी
- घर में आसानी से बना सकते हैं आयुर्वेदिक कॉफी
- मूड बूस्टर और डिप्रेशन से लड़ने में कारण होती है
सुन कर आपको अजीब जरूर लगेगा कि कॉफी में नारियल तेल, लेकिन आपको जान कर आश्चर्य होगा कि इसका स्वाद आपकी जीभ को जरूर पसंद आएग। यही नहीं इसमें पड़ने वाली दालचीनी, शहद और कोकोआ पाउडर न केवल आपके स्वाद को बढ़ाने वाले होंगे बल्कि ये आपके सेहत के लिए भी वरदान होंगे। इन चीजों को मिला कर बनाई गई कॉफी कई रोगों को पनपने ही नहीं देगा।
मूड बूस्टर, एनर्जेटिक बनाने के साथ ये आपके वेट लॉस के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। रोजाना दो से तीन कप ये कॉफी यदि आप रोज पीना शुरू कर दें तो आपको एक वीक में ही अपने हेल्थ पर तेजी से असर नजर आने लगेगा। ये कॉफी न सिर्फ आपको दिन भर एक्टिव रखेगी बल्कि फैट भी बर्न करेगी। इतना ही नहीं इसके कई और फायदे भी हैं।
आयुर्वेदिक कॉफी पीने के जानें फायदे और बनाने का तरीका
1. शरीर की चर्बी होती है दूर
1/3 कप नारियल तेल लें और इसमें 1 चम्मच दालचीनी पावडर को मिक्स करें। फिर इसमें 1 चम्मच कोकोआ पावडर और आधा चम्मच शहद मिला कर एक जार में रख लें। अब ब्लैक टी बनाएं और उसमें एक से डेढ़ चम्मच ये पाउडर मिक्स कर पीएं। इसे पीने से एक महीने में चार से छह किलो तक वेट कम कर सकते हैं।
2. एंटी एजिंग की तरह करेगा काम
अगर आपको लगता है कि आपकी उम्र ज्यादा दिखने लगी है तो आयुर्वेदिक कॉफी पीना शुरू कर दें। ये एंटी एजिंग की तरह काम करती है। इस कॉफी में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो बीमारियों से बचाते हैं और बढ़ती उम्र का असर कम करते हैं।
3. दिन भर बनाए रखेंगे एनर्जेटिक
कॉफी में मौजूद कैफीन जब दालचीनी, नारयिल के तेल और शहद के साथ मिलता है तो ये काफी इफेक्टिव हो जाता है। ये शरीर को दिन भर एनर्जेटिक बनाए रखता है। इतना ही नहीं ये आपको अंदर से मजबूत बनाता है और आपकी स्टेमिनाको इम्प्रूव करता है। 4.कैंसर और स्ट्रोक के जोखिम कम करता है आयुर्वेदिक कॉफी का लगातार सेवन करने से ये लिवर, कैंसर और स्ट्रोक के जोखिम भरे खतरे को भी कम करता है। इसे पीने से शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स बढ़ते हैं और कैफीन ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने का काम करती है। इससे स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
5. इम्यून सिस्टम होगा मजबूत
दालचीनी और शहद के साथ नारियल का तेल इम्युन को मजबूत करता है। इससे साधारण से होने वाले संक्रमण जैसे सर्दी-जुकाम, एलर्जी आदि का खतरा टलता है।
तो अब सादी कॉफी की जगह दालचीनी वाली कॉफी पीने कि आदत डालें। ये मूड बूस्टर भी होता है और डिप्रेशन से भी लड़ता है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।