- कोविशील्ड के दूसरे डोज के समय में बदलाव, अब 6 से 8 हफ्तों के बीच लगेगा डोज
- वैक्सीन की असरकारी क्षमता में बढ़ोतरी के नतीजों के बाद फैसला
- और बड़ी संख्या में कम समय में लक्ष्य हासिल करने में मिलेगी मदद
नई दिल्ली। कोरोना महामारी से निपटने के लिए इस समय देश में दो टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन दोनों टीकों को 28 दिन की अवधि में दो डोज दिए जाने हैं। लेकिन कोविशील्ड के दूसरे डोज में चार हफ्ते की अवधि को बढ़ाकर आठ हफ्ता किए जाने का फैसला किया गया है। आखिर इसके पीछे की वजह क्या है और ऐसे लोग जो कोविशील्ड की पहली डोज ले चुके हैं उन्हें क्या करना होगा उसके बारे में बताएंगे।
दूसरे डोज के संबंध में एसएमएस से मिलेगी जानकारी
जानकारों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो वजहों से कोविशील्ड के दूसरे डोज की अवधि को बढ़ाने का फैसला किया है। पहला तो यह है कि अब ज्यादा लोगों को पहली डोज जल्दी मिल सकेगी। डोज की अवधि बढ़ाने से एक बड़ी आबादी को टीके लगाना आसान हो जाएगा। दूसरा यह है कि अलग अलग देशों में शोध से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक अगर दूसरे डोज को 28 से 56 दिनों के बीच लगाया जाए तो असरकारी क्षमता में इजाफा हो जाता है। इसका अर्थ यह है कि जिन लोगों को कोविशील्ड की पहली डोज मिल चुकी है, उनकी दूसरी डोज की टाइमिंग में बदलाव होगा। सेकेंड डोज की तारीख करीब आने से पहले आपको SMS भेजकर सूचना दी जाएगी।
पहले क्या थी व्यवस्था
पहले कोविशील्ड टीकाकरण से प्रोटोकॉल क्या था उसे समझने की जरूरत है। मान लीजिए आप ने पहला टीका 1 अप्रैल को लिया है तो दूसरा टीका 28 दिन बाद यानी 29 अप्रैल को लगता। लेकिन इसी अवधि को बढ़ा दिया गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर कोविशील्ड के पहले और दूसरे डोज के बीच के अंतर को चार से 6 हफ्ते की जगह अगर चार से 8 हफ्ता कर दिया जाए तो वैक्सीन की असरकारी क्षमता में और इजाफा हो जाता है। लेकिन पहले और दूसरे डोज के बीच की अवधि 8 हफ्ते से अधिक किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए। अब ऐसे में सवाल यह है कि जिन लोगों ने कोविशील्ड की पहली डोज ली है उन्हें क्या दूसरी डोज चार हफ्ते के अंतराल पर दी जाएगी या उन्हें भी 6 से 8 हफ्ते का इंतजार करना होगा।
पहले और दूसरे डोज में क्यों बढ़ाई गई अवधि
कोविशील्ड के संबंध में फैसला एक्सपर्ट्स के NTAGI और नैशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑफ वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19 (NEGVAC) की सलाह पर लिया गया है। कोविशील्ड वैक्सीन (AZD122) पर दुनियाभर में ट्रायल हुए। कुछ आंकड़ों से पता चलता है कि वैक्सीन के डोज का अंतराल बढ़ाने पर यह ज्यादा असर करती है। ट्रायल्स में सामने आया कि अगर दूसरी डोज पहली के छह हफ्ते या उसके बाद दी जाए तो वैक्सीन की एफेकसी बढ़ जाती है। यूके, ब्राजील और साउथ अफ्रीका में हुए ट्रायल्स पर फरवरी की एक स्टडी बताती है कि 6-8 हफ्तों पर टीके देने पर वैक्सीन की एफेकसी 59.9 फीसद रही, 9-11 हफ्तों के अंतराल पर डोज लगी तो असर में इजाफा हुआ।