- खाने में अव्यवस्था से बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल
- खान-पान में बदलाव से नहीं बढ़ेगा कोलेस्ट्रॉल
- प्राकृतिक तरीके से कोलेस्ट्रॉल कम करने के हैं उपाय
Cholesterol Health Tips: आपका खाना आपके खाने पीने की अव्यवस्था ही कोलेस्ट्रॉल की बढ़ती समस्या है। अव्यवस्थित खाने से खून में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी फेलियर, मोटापा, डायबिटीज जैसी प्रॉब्लम भी क्रिएट होने लगती हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल का भार 100 में से 98 लोग ही झेल पाते है। यह एक बहुत बड़ी परेशानी है। वहीं हार्ट की बीमार आजकल हर पहले दूसरे इंसान को होने लगी है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल से हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। जिन लोगों के खाने में सैचुरेटिड फैट की मात्रा अधिक हो, या फिर ट्रांसफैट में तले हुए उत्पादों का ज्यादा सेवन करते हों इससे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अपने चरम तक बढ़ जाती है।
खाएं पोष्टिक आहार
आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में फास्ट फूड, पैक्ड फूड, जूस आदि को ज्यादा अहमियत दी जा रही है अगर आप आप अपने स्वास्थ्य को हस्ट पुष्ट रखना चाहते है तो इनसे दूर रहना होगा। वहीं अपने खानपान में थोड़ा बदलाव करके पोष्टिक आहार को ज्यादा तवज्जो देने होगी। आपको अपना कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए साबुत अनाज का सेवन करना होगा। इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व बहुत अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे न केवल ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है, बल्कि हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा ओट्स और बार्ले का सेवन भी बेहद फायदेमंद साबित होगा।
Also Read: शरीर की इन परेशानियों को चुटकियों में दूर करे फिटकरी, जानें इस्तेमाल का सही तरीका
फल-सब्जी खाना जरूरी
इसी के साथ फल और सब्जियां आपको स्वस्थ रखेंगी। फल और सब्जियां तो रोज खाए तो भी आपको पोषण ही मिलेगा। ये आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी फायदेमंद है। आपको बता दें कि, फल और सब्जियां फाइबर से भरपूर होती है यह फाइबर कोलेस्ट्रॉल को आंतों से रक्त प्रवाह में अवशोषित होने से रोकने में मदद करता है।
दालें, मटर, मसूर , सेम में सबसे ज्यादा फाइबर पाया जाता है। शकरकंद, भिंडी, ब्रोकोली,सेब और स्ट्रॉबेरी भी अच्छे विकल्प हैं।
इन सब बदलावों को लाकर आप कोलेस्ट्रॉल से निजात पा सकते है और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।