- रात का भोजन सोने से 2 से 3 घंटे पहले करना चाहिए।
- खाने के तुरंत बाद सोना स्वास्थ्य के लिए होता है नुकसानदायक, यह गंभीर बीमारियों को देता है दावत।
- आयुर्वेद के अनुसार सूर्यास्त से पहले करना चाहिए रात्रि भोजन, सेहत के लिए होता है फायदेमंद।
Healthy habits: राजा की तरह नाश्ता और रंक की तरह रात खाना, इस कहावत से तो आप सब वाकिफ होंगे। स्वस्थ और एनर्जेटिक रहने के लिए रात का खाना काफी मायने रखता है, लेकिन काम में व्यस्तता के चलते समय की कमी के कारण अक्सर लोग रात्रि भोजन का समय भूल जाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक रात्रि भोजन और सोने के बीच करीब 2 से 3 घंटे का अंतर होना चाहिए। क्योंकि रात के समय पाचन क्रिया और मेटाबॉलिज्म स्तर काफी धीरे काम करता है। तथा खाने के बाद तुरंत सोने से भोजन का पाचन अच्छी तरह नहीं हो पाता, जिससे हार्टबर्न, पेट में जलन व गैस, कब्ज आदि समस्याएं होती हैं।
आयुर्वेद में स्वस्थ जीवनशैली के लिए खाने व सोन का सही समय निर्धारित किया गया है। वहीं कई लोगों का कहना है कि यह लोगों की धारणा है। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं खाने के पैटर्न के बारे में विशेषज्ञों की क्या राय है और क्या यह वास्तव में एक आवश्यकता या गलत धारणा है।
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क्या कहते हैं विशेषज्ञ
फिटनेस और न्यूट्रिशनल के विशेषज्ञ फूड दर्जी के सह संस्थापक, डॉक्टर सिद्धार्थ भार्गव ने बताया कि रात की अच्छी नींद के लिए रात का खाना आवश्यक होता है। वहीं रात की अच्छी नींद के बाद सुबह का नाश्ता सबसे अहम माना जाता है। यह शरीर को पोषक तत्व प्रदान करता है, जिससे आप पूरे दिन खुद को एनर्जेटिक महसूस करते हैं। इसके बाद दोपहर का भोजन सभी के लिए महत्वपूर्ण होता है ताकि रात के खाने तक आपका शरीर और मस्तिष्क कुशलता से काम कर सके।
वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ नाश्ता, लंच और रात्रि भोजन के बीच अंतर पर विशेष जोर देते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है इन सबके बीच कम से कम 3 से 5 घंटे का अंतर होना चाहिए। अधिकांश विशेषज्ञ सुबह भरपेट नाश्ते का सुझाव देते हैं ताकि आपके दिन की शुरुआत अच्छी हो सके। साथ ही भूख को शांत रखने व पूरे दिन एनर्जेटिक महसूस करने के लिए विशेषज्ञ लंच की सलाह देते हैं।
डॉक्टर भार्गव बताते हैं कि दोपहर का भोजन रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि करता है, जिससे रात तक शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिलती है। इससे दिन में किए जाने वाले कार्यों पर भी ध्यान केंद्रित होता है, लेकिन ध्यान रहे इसके बीच एक अंतर होना चाहिए। साथ ही रात का खाना अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। रात का खाना ना खाने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तथा यह कई गंभीर बीमारियों को भी दावत देता है। ऐसे में सुबह का नाश्ता, दोपहर का लंच और रात का भोजन समय से करें।
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भोजन में इसे शामिल करना ना भूलें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रात का भोजन सोने से 2 से 3 घंटे पहले यानी 7 से 8 बजे के बीच कर लेना चाहिए। क्योंकि रात में मेटाबॉलिज्म स्तर धीरे काम करता है इसलिए खाना पचने में समय लगता है। बता दें कई लोगों का कहना है कि रात को भोजम नहीं करना चाहिए, लेकिन आपको बता दें यह मिथक है। पूरे दिन भागदौड़ के बाद रात का खाना स्वस्थ जीवनशैली के लिए सबसे अहम होता है। इसलिए रात को भोजन करना ना भूलें। हालांकि कोशिश करना चाहिए की रात का भोजन हल्का करें। ऐसे अपने रात्रि भोजन में विटामिन, प्रोटीन व हरी सब्जियों को जरूर शामिल करें।
ध्यान दें
रात को भोजन करते समय ध्यान दें कि आपका शरीर क्या कह रहा है, यदि आपने दोपहर को भोजन भरपेट नहीं किया है और रात में तेज भूख लगी है तो भरपेट खाना खाएं। अन्यथा रात को हल्का भोजन करने की कोशिश करें। इसके लिए आप अंडे, मछली या हरी सब्जी व दाल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
Disclaimer: यह पाठ्य सामाग्री इंटरनेट पर मौजूद जानकारियों और आम धारणाओं पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।