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प्रोटीन के नाम पर कहीं आप आर्टिफिशियल प्रोडक्ट तो नहीं खा रहे, ये है प्रोटीन जांचने का सही तरीका

Updated Nov 23, 2018 | 12:04 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

कहीं आप जो अंडा खा रहे वो आर्टिफिशियल तो नहीं? या एक्सरसाइज के बाद whey प्रोटीन या सप्लीमेंट लेकर आप खुद को और बीमार तो नहीं बना रहे? बाजार में प्रोटीन के नाम पर खेल चल रहा है और आप इस खेल के शिकार हो सकते हैं।

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हेल्थ फिटनेस

नई दिल्ली : बात अंडे की हो या हेल्थ सप्लीमेंट की पैसा कमाने के लिए तेजी से आर्टिफिशियल सामानों को बाजार में बेचा जा रहा है। whey (व्हे प्रोटीन) प्रोटीन और नकली अंडे में सबसे ज्यादा धांधली हो रही है। प्रोटीन डाइट को लेकर जितनी अवेयरनेस आ रही है उतना ही उसमें नकली सामानों की भी मिलावट की जा रही है। 

वेट लॉस प्रोग्राम में प्रोटीन इनटेक ही सबसे ज्यादा होता है और दुनिया अब हेल्थ फिटनेस पर जोर दे रही है, जिससे प्रोटीन की मांग बढ़ना लाजिमी भी है। ऐसे में कहीं आप भी तो आर्टिफिशियल प्रोटीन नहीं खा रहे। इसलिए जब भी अंडा या व्हे प्रोटीन या अन्य हेल्थ सप्लीमेंट बाजार से लाएं उसे चेक जरूर करें। आइए जानते हैं कि इनकी जांच कैसे की जाए।

अंडे की पहचान के तरीके :

छिलका : आर्टिफिशियल अंडे के छिलकों को यदि आप आग पर रखेंगे तो यह तुरंत आग पकड़ लेगा जबकि प्योर अंडा काला पड़ने लगेगा। आर्टिफिशियल अंडे से जलने पर जले प्लास्टिक की स्मेल आती है।

चमक : असली अंडे में चमक नहीं होती लेकिन आर्टिफिशियल अंडा बहुत शाइनी और व्हाइट होता है। 

रफनेस : असली अंडे ऊपर से टच करने पर बहुत स्मूथ नहीं होते उसमें हल्का रफनेस होता है जबकि आर्टिफिशियल अंडा बहुत ही स्मूथ(चिकना) होता है।

आवाज : असली और नकली अंडे की पहचान उसकी आवाज से भी हो सकता है। असली अंडा हिलाने पर आवाज नहीं करता।

योक : असली अंडे छीलने पर योक और सफेदी अलग नजर आते हैं लेकिन आर्टिफिशियल में योक व्हाइट फ्लूइड मिला दिखेगा।

ऐसे पहचानें व्हे प्रोटीन या हेल्थ सप्लीमेंट :

लेबल देखें : आर्टिफिशियल प्रोडक्ट में हमेशा स्पेलिंग मिस्टेक होगी या फॉट, कलर या लोगो अलग सा होगा। कई और जरूरी जानकारियां या तो होंगी नहीं या सही नहीं होंगी।   

मेनुफेक्चरिंग डेट : मेनुफेक्चरिंग डेट को जरूर देखें क्योंकि कुछ प्रोड्क्ट में बनने की तारीख आगे की होती है यानी 2018 में खरीदते वक्त सप्लीमेंट पर 2019 लिखा होता है। सप्लीमेंट खरीदते वक्त एलओटी नम्बर जरूर चेक करना चाहिए। अगर इसकी बनावट गलत है तो आपको मान लेना चाहिए की सप्लीमेंट नकली है। 

सील और होलोग्राम चेक करें : आगर प्रोड्क्ट के सील से छेड़खानी की गई होगी तो पता चल जाएगा। होलोग्राम से भी प्रोडक्ट के आर्टिफिशियल होने का पता लग जाता है। बार कोड या क्यूआर कोड चेक करें। सबसे कारगर और सही तरीका यही है कि आप बार कोड या क्यूआर कोड की जांच कर लें। इसे ऑनलाइन चेक किया जाता है और ये नकली न होने का सबसे पक्का सबूत होता है।

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