High Cholesterol signs: खानपान और जीवनशैली में बदलाव के कारण आजकल काफी लोग हाई कोलेस्ट्रोल की समस्या से परेशान है। जानकारी के मुताबिक हर दस में से आठ लोग इस समस्या से घिरे हुए हैं। कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर की सेहत के लिए जरूरी भी है और नुकसानदेह भी। शरीर में होने वाली अलग-अलग क्रियाओं के लिए उचित मात्रा में कोलेस्ट्रॉल होना बेहद जरूरी होता है। काबिले गौर है कि कोलेस्ट्रॉल विटामिन ए, डी, ई और के को शरीर में अवशोषित करने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रोल दो तरह का होता है, पहला एलडीएल यानि लो डेंसिटी लिप्रोप्रोटीन जिसे बैड कोलेस्ट्रोल कहा जाता है और एचडीएल हाई डेंसिटी लिप्रोप्रोटीन कोलेस्ट्रोल। बैड कोलेस्ट्रोल सेहत के लिए हानिकारक होने का साथ दिल संबंधी गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकता है। इस प्रकार की स्थिति होने पर कोरोनरी आर्टरी डिजीज और हार्ट अटैक खतरा बढ़ जाता है।
क्या है हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया ? ( What is Hypercholesterolemia )
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया की स्थिति में हमारे खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी ज्यादा बढ़ जाती है। हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया का सीधा मतलब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा का बढ़ जाना है। यह स्थिति सेहत के लिए खतरनाक होती है। इस स्थिति में दिल के दौरा का भी जोखिम बढ़ जाता है। हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया को लिपिड डिसऑर्डर या हाइपरलिपिडिमिया के रूप में भी जाना जाता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण (High Cholesterol symptoms )
- मतली
- थकान
- उच्च रक्तचाप
- सांस की तकलीफ
- सीने में दर्द
- एनजाइना
रिपोर्ट्स के मुताबिक हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से आंखों में कुछ बदलाव नजर आने लगते हैं। दरअसल किसी व्यक्ति का कोलेस्ट्रॉल लेवल ज्यादा होने की स्थिति में उसकी आंखों के कॉर्निया की बाहर की तरफ या ऊपर नीले या सफेद रंग की गुंबद जैसी आकृति दिखाई दे सकते हैं। चिकित्सकों के मुताबिक जिन जिन लोगों में यह समस्या पहले दिखाई देने लगे उनमें हृदय रोग का खतरा अधिक हो जाता है। अगर आपको भी ऐसा ही कुछ अपनी आंखों पर दिखाई दे तो इसकी तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।